देहरादून: उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में योजनाओं के क्रियान्वयन में विलंब होने पर अफसरों की जिम्मेदारी तय करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा किसी भी समस्या का समाधान आपसी समन्वय से हो। विधायकों द्वारा अपनी विधानसभा क्षेत्रों की समस्याएं बताने पर सीएम ने अफसरों को प्राथमिकता के आधार पर उनका समाधान करने का निर्देश दिया। उन्होंने शुक्रवार को गढ़वाल लोकसभा की सभी विधानसभाओं की कार्यप्रगति की समीक्षा की।
राज्य के समग्र विकास के लिए पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों पर खास ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने अफसरों से कहा कि विधायकों द्वारा अपने क्षेत्रों की जिन जन समस्याओं को रखा जा रहा है, अफसर उनको गंभीरता से लेते हुए जल्द समाधान करें। विभाग के कार्यों को एक दूसरे पर थोपे जाने की जगह उनके निस्तारण पर ध्यान दें। विभागीय अफसर आपसी समन्वय के साथ दिक्कतों का समाधान निकालें।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि दीर्घकालिक एवं अल्पकालिक योजनाओं के अलग-अलग रोस्टर बनाये जाएं। जिन जन दिक्कतों का समाधान जल्दी हो सकता है, उन्हें शीघ्रता से पूर्ण किया जाए। शुक्रवार को सीएम आवास में विधानसभा क्षेत्र थराली, कर्णप्रयाग, केदारनाथ, रूद्रप्रयाग, देवप्रयाग, यमकेश्वर, श्रीनगर, चौबट्टाखाल, नरेन्द्रनगर, पौड़ी, लैंसडाउन एवं रामनगर में संचालित विकासपरक कार्यों की समीक्षा के चलते सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अफसरों को उक्त निर्देश दिये। सीएम ने निर्देश दिए कि सभी कार्य निर्धारित समयावधि में पूर्ण किये जाएं। कार्यों के प्रति किसी भी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि जो अफसर 5 वर्ष या उससे ज्यादा वक़्त से एक ही स्थान पर जमे हैं, उनकी लिस्ट बनाई जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक नई कार्य संस्कृति लागू करनी है। जन समस्याओं के जल्द समाधान के लिए अफसर संवादहीनता को दूर कर आपसी समन्वय बढ़ाकर कार्य करें।
बिल गेट्स ने स्मृति ईरानी के साथ पकाई खिचड़ी, वायरल हुआ Video
'आतंकियों को देखा तो सुरक्षा एजेंसियों को सूचना क्यों नहीं दी?', राहुल गाँधी से CM सरमा का सवाल
इलाहाबाद हाई कोर्ट से योगी सरकार को झटका, आजम खान के खिलाफ खारिज कर दी ये याचिकाएं