जयपुर: अजमेर-दिल्ली कैंट के बीच वंदे भारत की शुरुआत ने भाजपा एवं कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया है। 'रेलवे का राजनीतिक स्वार्थ' के लिए उपयोग किए जाने का पीएम मोदी ने आरोप लगाया तो अब राजस्थान के सीएम ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव को ध्यान में रखकर दिया गया भाषण था तथा बीजेपी के अजेंडे के मुताबिक था। गहलोत ने बयान जारी करते हुए अपनी पूरी बात रखी है।
गहलोत ने यह माना कि भारतीय रेलवे में सुधार हुए हैं। हालांकि, उन्होंने बोला कि ऐसा पूरी दुनिया में वक़्त के साथ हुए टेक्नॉलजी एडवांस्टमेंट के कारण हुआ है। उन्होंने कहा, 'इससे भारत में भी नई तकनीक आई तथा रेलवे में सुधार हुए। यह कहना उचित नहीं है कि रेलवे में विकास कार्य 2014 के बाद ही हुए हैं।' कांग्रेस और पूर्व रेलमंत्री लालू यादव पर इशारों में किए गए हमलों का जवाब देते हुए गहलोत ने कहा, 'आज आपका भाषण पूरी तरह 2023-24 के विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों को देखते हुए दिया है तथा यह बीजेपी के चुनावी अजेंडे के रूप में था।'
प्रधानमंत्री श्री @NarendraModi के भाषण पर मेरी प्रतिक्रिया - pic.twitter.com/nb5MEvOuL4
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 12, 2023
गहलोत ने लाल बहादुर शास्त्री से लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे तक एक दर्जन से ज्यादा रेलमंत्रियों का नाम गिनाते हुए गहलोत ने कहा, 'इन सभी के कार्यकाल के फैसलों को भ्रष्टाचार एवं राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित बोलना दुर्भाग्यपूर्ण है। रेलवे का महत्व कम करने की कोशिश तो आपने अपने कार्यकाल में अलग रेलवे बजट को समाप्त कर दिया है। आज यदि आधुनिक ट्रेन चल पा रही है क्योंकि डॉक्टर मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्री के तौर पर 1991 में आर्थिक उदारीकरण किया तथा नई तकनीक को भारत में विकसित होने का मौका दिया।'
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