अगरतला: राजनेता अक्सर मतदाताओं को यह याद दिलाते हैं कि उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान किए गए वादों को किस तरह पूरा किया। मगर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने त्रिपुरा में एक सार्वजनिक रैली में लोगों के सामने यह स्वीकार कर उन्हें चौंका दिया कि उन्होंने 2018 के चुनाव में एक “झूठा वादा” किया था, मगर सौभाग्य से, उनके लिए सूबे की भाजपा सरकार ने यह वादा पूरा कर दिया है।
त्रिपुरा के गोमती जिले में जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम सरमा ने कहा कि वर्ष 2018 में त्रिपुरा चुनाव के प्रभारी के रूप में उन्होंने एक बार वादा किया था कि यदि पार्टी सत्ता में आती है, तो सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तौर पर 2,000 रुपये का भुगतान किया जाएगा। 'मैं वास्तव में त्रिपुरा आने से डर रहा था कि कोई मुझसे इसके संबंध में पूछेगा। हाल ही में, मैंने एक अखबार में पढ़ा कि माणिक साहा सरकार ने पेंशन बढ़ाकर 2,000 रुपये कर दी है।' बता दें कि, 2 माह में ही विधानसभा चुनाव का सामना करने वाले पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा में अपनी सत्ता कायम रखने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है।
भाजपा ने त्रिपुरा में आक्रामक चुनावी अभियान का आगाज़ कर दिया है। वर्ष 2018 में भाजपा ने त्रिपुरा में भारी जनादेश के साथ वामपंथी दलों को हटाते हुए सत्ता पर कब्ज़ा किया था। पार्टी के सूत्रों के अनुसार, आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राज्य इकाई में सत्ता के समीकरणों को संतुलित करना और पिछले चुनाव के दौरान मिले प्रचंड बहुमत के आधार को बरकरार रखना भाजपा के लिए कठिन चुनौती बनी हुई है।
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