भोपाल: मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने शुक्रवार (20 मार्च) शाम को बहुमत परिक्षण से पहले प्रेस वार्ता कर सीएम पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि वह आज एक बजे गवर्नर लालजी टंडन से मुलाकात करेंगे और उनसे मुलाकात के दौरान अपना इस्तीफा सौंपेंगे। इस दौरान उन्होंने कहा है कि हमारी सरकार ने 15 महीने में प्रदेश को नई दिशा देने का प्रयास किया है।
उन्होंने आगे कहा कि इन 15 महीनों के दौरान हमने क्या गलती की है। राज्य पूछ रहा है कि उनका क्या कसूर है। कमलनाथ ने कहा कि भाजपा ने 22 विधायकों को लालच देकर कर्नाटक में बंधक बनाने का कार्य किया। इसकी हकीकत देश की जनता देख रही है। करोड़ों रुपये खर्च करके यह खेल खेला गया। पहले दिन से ही भाजपा ने साजिश की। राज्य के साथ धोखा करने वाली भाजपा को आवाम माफ नहीं करेगी।
इससे पहले कमलनाथ की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार को गुरुवार को उस वक़्त जोरदार झटका लगा था जब शीर्ष अदालत ने विधानसभा में शक्ति परीक्षण के लिए शुक्रवार को सदन की विशेष बैठक बुलाने का अध्यक्ष एन पी प्रजापति को आदेश देते हुए कहा कि यह प्रक्रिया शाम पांच बजे तक पूरी करनी होगी।
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