नई दिल्ली: राष्ट्रिय राजधानी दिल्ली में हुए शराब घोटाले की जांच की आंच अब मुख्यमंत्री केजरीवाल तक पहुंच चुकी है। इसके लिए प्रवर्तन निदेशालय उन्हें 3 बार समन भेज चुकी है, किन्तु मुख्यमंत्री केजरीवाल अभी तक पूछताछ के लिए दफ्तर नहीं पहुंचे हैं। अब मामले में निरंतर जारी खींचतान के बाद सामने आया है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय के समन की मंशा पर ही सवाल उठा दिया है। अरविंद केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय से प्रश्नावली की मांग की है।
जानकारी के अनुसार, शराब घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय के समन की मंशा पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि, क्या समन का उद्देश्य कोई वैध पूछताछ करना है या मेरी प्रतिष्ठा धूमिल करना है? उन्होंने कहा कि, प्रवर्तन निदेशालय का समन मुझ तक पहुंचने से पहले ही समाचार संगठनों तक कैसे पहुंच गया। अरविंद केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखकर उनसे प्रश्नावली मांगी है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय को लिखे पत्र में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एजेंसी से प्रश्नावली मांगी है तथा उन्हें भेजे गए समन की मंशा पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया है कि 19 जनवरी को राज्यसभा चुनाव होने हैं तथा उन्हें 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में दिल्ली मुख्यमंत्री के तौर पर हिस्सा भी लेना है।
आपको बता दें कि, दिल्ली शराब नीति में कथित घोटाला मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल बुधवार को भी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश नहीं हुए। केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय को अपना जवाब भेज दिया है। उनकी पार्टी (AAP) का कहना है कि अरविंद केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय की जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं, मगर जांच एजेंसी का नोटिस गैर कानूनी है। AAP का कहना है कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने का षड्यंत्र किया जा रहा है। उन्हें चुनाव प्रचार से रोकने का प्रयास किया जा रहा है। AAP ने चुनाव से पहले नोटिस जारी करने पर भी सवाल उठाए हैं।
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