नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार (21 अगस्त) को नाबालिग से बलात्कार के आरोपी WCD अधिकारी को निलंबित करने का आदेश दिया, जिसके तुरंत बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। मुख्यमंत्री ने आज शाम 5 बजे तक मुख्य सचिव से रिपोर्ट भी मांगी है। रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने रविवार को कहा कि दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी पर अपने दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ कथित तौर पर कई बार बलात्कार करने और उसे गर्भवती करने का मामला दर्ज किया गया है। 1 अक्टूबर, 2020 को उसके पिता के निधन के बाद नाबालिग पीड़िता, आरोपी के परिवार के साथ उसके घर पर रह रही थी। आरोपी विभाग में उपनिदेशक है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बताया कि आरोपी इतने लंबे समय तक महिला एवं बाल विकास विभाग में उपनिदेशक के पद पर था। उन्होंने बताया कि उस पर 16 साल की नाबालिग लड़की से बलात्कार करने और उसे गर्भवती करने का आरोप है। स्वाति ने यह भी कहा कि उसने और उसकी पत्नी ने गर्भपात कराने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि, 'हमने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है, उसे अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया, हम दिल्ली सरकार को भी नोटिस जारी कर रहे हैं क्योंकि हम जानना चाहते हैं कि उसके खिलाफ क्या शिकायतें हैं और उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है।' AAP मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी घटना के बारे में बात की और कहा कि, 'यह एक भयावह घटना है, इस घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। अब तक कार्रवाई हो जानी चाहिए थी। कार्रवाई नहीं होने पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुद निलंबन का आधिकारिक आदेश दिया है।' DCP नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट सागर सिंह कलसी के मुताबिक, नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के बुराड़ी थाने में शिकायत दर्ज की गई थी। उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2020 में लड़की के पिता की मृत्यु के बाद, उसे उसके मृत पिता के पारिवारिक मित्र के आवास पर भेज दिया गया था, जो अब मामले में आरोपी (दिल्ली सरकार का अधिकारी) है।
DCP ने बताया कि नवंबर-दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 में उसके स्थानीय अभिभावक ने उसके साथ बलात्कार किया। जब उसने यह बात आरोपी की पत्नी को बताई तो महिला ने उसे धमकी दी और उसका गर्भपात भी करा दिया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि, "लड़की तनाव और सदमे में है। घटना के बाद उसे पैनिक अटैक भी आया। उसके इलाज और कॉउंसलिंग के दौरान घटना सामने आई। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि लड़की बयान देने के लिए फिट नहीं है। लड़की का बयान दर्ज करने के बाद कार्रवाई की जाएगी।'
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