भुवनेश्वर: शनिवार को ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी ने अपने मंत्रिपरिषद को विभागों का आवंटन किया. मुख्यमंत्री ने गृह, वित्त और कई अन्य प्रमुख विभाग अपने पास रखे हैं. अन्य विभाग जो सीएम के पास हैं वे हैं सामान्य प्रशासन और सार्वजनिक शिकायत, सूचना एवं जनसंपर्क, जल संसाधन, प्लानिंग एवं कन्वर्जेंस. डिप्टी सीएम केवी सिंह देव को कृषि और किसान सशक्तिकरण तथा ऊर्जा विभाग का प्रभार दिया गया है.
दूसरी डिप्टी सीएम प्रावति परिदा को महिला एवं बाल विकास, मिशन शक्ति एवं पर्यटन विभाग सौंपा गया है. वह पहली बार MLA बनी हैं एवं ओडिशा की 16 सदस्यीय मंत्रिपरिषद में अकेली महिला सदस्य हैं. अनुभवी भाजपा नेता सुरेश पुजारी को राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग आवंटित किया गया है, जबकि किसान नेता एवं चार बार के MLA रबी नारायण नाइक को ग्रामीण विकास, पंचायती राज और पेयजल विभाग दिया गया है. नित्यानंद गोंड को स्कूल और जन शिक्षा, एसटी एवं एससी विकास, अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग कल्याण, सामाजिक सुरक्षा और विकलांग व्यक्तियों का सशक्तिकरण विभाग मिला है. वह दो बार के MLA हैं और प्रदेश में बीजेपी के बड़े आदिवासी नेता हैं. वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज हरिचंदन को तीन महत्वपूर्ण विभागों- कानून, सार्वजनिक कार्य एवं उत्पाद शुल्क की जिम्मेदारी मिली है. वह पहली बार राज्य विधानसभा के लिए चुने गए हैं.
सीएम मोहन चरण माझी ने महत्वपूर्ण संसदीय कार्य विभाग मुकेश महालिंग को आवंटित किया है. वह PHD डिग्री धारक हैं तथा ओडिशा की पिछली विधानसभा में बीजेपी की एक मुखर आवाज थे. महालिंग को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे विभाग भी मिले हैं. स्टील एंड माइंस डिपार्टमेंट, जो ओडिशा के सरकारी खजाने में महत्वपूर्ण योगदान देता है, पहली बार MLA विभूति भूषण जेना के पास गया है. वह वाणिज्य तथा परिवहन विभाग भी संभालेंगे. आयुर्वेदिक चिकित्सा और सर्जरी में स्नातक की डिग्री रखने वाले कृष्ण चंद्र महापात्र सार्वजनिक उद्यमों के साथ आवास एवं शहरी विकास विभाग संभालेंगे. स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री पद की शपथ लेने वाले पांच मंत्रियों को भी अहम विभाग प्राप्त हुए हैं. गणेश राम सिंगखुंटिया वन और पर्यावरण विभाग के साथ-साथ श्रम और कर्मचारी राज्य बीमा के प्रमुख होंगे- यह ओडिशा जैसे प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण विभाग, क्योंकि राज्य बड़े पैमाने पर माइग्रेशन के मुद्दों का सामना करता है.
मंत्रिपरिषद में सबसे कम आयु के मंत्री सूर्यबंशी सूरज को उड़िया भाषा, साहित्य एवं संस्कृति के साथ उच्च शिक्षा, खेल और युवा मामले जैसे विभाग दिए गए हैं. प्रदीप बालसामंत को हथकरघा, कपड़ा एवं हस्तशिल्प के साथ-साथ सहकारिता विभाग प्राप्त हुआ है. गोकुलानंद मल्लिक को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के साथ मत्स्य पालन एवं पशु संसाधन विभाग की जिम्मेदारी प्राप्त हुई है, जबकि संपद स्वैन को उद्योग और कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा विभाग आवंटित हुआ है. डिप्टी सीएम केवी सिंह देव को छोड़कर नई मंत्रिपरिषद में किसी भी सदस्य के पास मंत्री पद का अनुभव नहीं है. इसी प्रकार 16 सदस्यीय टीम में से 9 मंत्री पहली बार MLA बने हैं. मुख्यमंत्री ने अपनी टीम में 21 मंत्रियों की स्वीकार्य सीमा के मुकाबले सिर्फ 15 मंत्रियों को सम्मिलित किया है. कुछ मंत्रियों को एक से ज्यादा विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री माझी कुछ वक़्त पश्चात् अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे तथा मंत्रियों के बोझ को कम करते हुए, नए लोगों को अतिरिक्त विभागों का आवंटन करेंगे.
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