बेतिया। बिहार राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाषण को स्वास्थ्य विभाग में अनुबंधित महिला कर्मचारियों के समूह ने बाधित कर दिया। इन महिलाओं ने नौकरी में नियमितिकरण की मांग की। ये महिलाऐं स्वास्थ्य विभाग में कार्यकरत नर्सें थीं। इनके समूह ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के भाषण को बाधित करते हुए नारेबाजी प्रारंभ कर दी।
ऐसे में राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन महिलाओं से सवाल किए कि, आखिर क्या आप लोगों को कोई शर्म नहीं है। सीएम नीतीश कुमार अपने भाषण में चंपारण में महात्मा गांधी द्वारा किए जाने वाले सत्याग्रह का उल्लेख कर रहे थे। उन्होंने महात्मा गांधी के योगदान को याद किया और चंपारण में किए गए गांधी जी के सत्याग्रह की बात बताई।
उन्होंने नील की खेती करने वालों के अधिकारों के लिए महात्मा गांधी द्वारा किए जाने वाले संघर्ष को भी याद किया। इसी बीच महिला नर्सों का एक समूह कार्यक्रम में नारेबाजी करने लगा। इन महिलाओं को वहाॅं मौजूद व्यवस्थापकों और पुलिसकर्मियों ने शांत रहने के लिए कहा और उन्हें वहां से हटाया जाने लगा। इतने में ही सीएम नीतीश कुमार मंच से इन महिलाओं को संबोधित करते हुए उन पर बिफर गए। वे भाषण के दौरान अपना आपा खो बैठे।
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