पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बिहार चुनाव के मद्देनज़र गुरुवार को ग्रामीण पथों और पुलों का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें जब से काम करने का अवसर मिला है, सूबे में सभी क्षेत्रों में विकास के कार्य किए गए. वरना एक समय ऐसा भी था जब कुछ विशेष लोग ही बैठकर तय कर लेते थे कि सड़कें कहाँ बनेंगी. उसी के हिसाब से प्रस्ताव भी बनते थे. किन्तु, हमने सड़क निर्माण के लिए नीति बना दी है. कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है, जहां सड़कें न बनी हो.
अपने संबोधन के दौरान ही ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री व अधिकारी से बातचीत करते हुए सीएम नीतीश ने सितंबर में चुनाव की तारीखों की घोषणा के संकेत भी दिए. सीएम नितीश ने तय समय सीमा में सभी बचे हुए कार्य संपन्न करने की बात कहते हुए ग्रामीण कार्य मंत्री को कहा कि मैं आपसे नहीं विभाग के सचिव से कह रहा हूं कि वे कहें कि सभी काम वक़्त पर पूरा कराएंगे. मंत्री के पास अक्टूबर में काम करने का अवसर नहीं है. उनके पास अगस्त तक का ही वक़्त है. सितंबर में चुनाव की कब घोषणा हो जाएगी, कहा नहीं जा सकता है. इसलिए अक्टूबर तक बचे काम को पूरा करा देने के लिए सचिव से बोल रहा हूं.
सीएम नितीश कुमार ने कहा कि तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में ग्रामीण सड़कों की योजना तैयार की गई थी. इसके बाद भी बिहार की तत्कालीन सरकार ने कोई काम आरंभ नहीं किया था. केंद्रीय एजेंसी को काम सौंपा गया था, पर कोई काम नहीं हुआ. वर्ष 2005 तक राज्य में ग्रामीण सड़कें न के बराबर थीं. गांवों में सड़कें बनती ही नहीं थीं. राज्य की आवाम ने मुझे काम करने का अवसर दिया तो नवंबर 2005 के बाद से शहर के साथ-साथ ग्रामीण सड़कों के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किया गया.
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