जबलपुर/ब्यूरो। यूरिया घोटाले की जांच तेज होने के साथ ही जालसाजी में शामिल लोगों पर शिकंजा कसने लगा है। अलग-अलग स्थानों की पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में भी ले लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नजर इस मामले पर बराबर जमी हुई है। शनिवार को सीएम ने इस मामले में फालोअप वीसी की।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को संभागायुक्त कार्यालय में सभी जिम्मेदारों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। उन्होंने अफसरों से सवाल-जवाब भी किए। इस वीसी में संभागीय आयुक्त तो शामिल नहीं रहे, लेकिन आइजी उमेश जोगा सहित कलेक्टर-एसपी और अन्य अफसर मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने आइजी से सीधे सवाल किया कि कल जो हमने तय किया था उस पर क्या-क्या कार्रवाई हुई? यूरिया वितरण के लिए जो पालिसी तय है, उसका उल्लंघन किए जाने के लिए जवाबदेह कौन है? जवाब में आइजी ने कहा कि कार्रवाई दो स्तर पर हुई।
पहले स्तर पर तीन लोगों पर एफआइआर दर्ज की गई। इनमें द्वारिका गुप्ता, जयप्रकाश सिंह और राजेंद्र चौधरी के नाम हैं। द्वारिका गुप्ता, ट्रांसपोर्टर हैं, जो कि बिलासपुर से है। उनके तीन ठिकानों पर छापामारी की गई, लेकिन वो फरार हैं। उनके स्थानीय प्रतिनिधि शुभम बिरला से पूछताछ की जा रही है। जयप्रकाश सिंह, भोपाल से हैं, जिनको गिरफ्तार कर लिया गया है। उनसे पूछताछ जारी है। एफआइआर में तीसरा नाम नोएडा के राजेंद्र सिंह का है। इस मामले में उनकी संलिप्तता प्रत्यक्षत: नजर नहीं आ रही, इसलिए उनके स्थान पर उनके सहायक आरके चौपड़ा से पूछताछ की जा रही।
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