आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर पहाड़ी सूबे हिमाचल प्रदेश में भी हलचल जारी है ओर इसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस पार्टी अपने संविधान का उल्लंघन करते हुए आगे बढ़ रही है, उससे नहीं लगता कि आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी एक सशक्त रूप हासिल कर पाएगी. उन्होंने कहा कि मैं और मेरे परिवार से कोई भी सदस्य लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगा.मंडी में पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी के डडौर स्थित घर पर उनकी बड़ी बहू के निधन पर शोक व्यक्त करने गए पूर्व सीएम ने वहा मौजूद मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में वीरभद्र सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि संगठन में बिना चुनाव के कार्यकर्ताओं में जोश की कमी रहती है, नए युवा भी पार्टी के साथ नहीं जुड़ते हैं, जबकि प्रदेश की कमान पिछले कई वर्षों से बैठे अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू संभाल रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे ही हालात रहे तो प्रदेश में कांग्रेस का भविष्य और अधिक दयनीय स्थिति में नजर आएगा. उन्होंने कहा कि उन्होंने जवाहर लाल नेहरू के समय से आज तक सभी प्रधानमंत्रियों के साथ कार्य किया है और जनता जनार्दन के आशीर्वाद से छः बार प्रदेश की कमान संभालने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है.
वीरभद्र सिंह ने कहा कि अगर कांग्रेस को प्रदेश में मजबूत करना है, तो संगठनात्मक ढांचे को चलाने के लिए पार्टी की संविधान का अनुपालन अति आवश्यक है. यानी जिला व प्रदेश में हर स्तर पर संविधान की प्रक्रिया अपनाते हुए चुनावों द्वारा कार्यकारियों का गठन जब तक नहीं हो होगा, तब तक कांग्रेस का भविष्य प्रदेश स्तर पर उज्जवल नहीं हो सकता है. वह कांग्रेस की प्रदेश में मौजूदा हालात को देखते हुए हताश हैं. उन्होंने कहा कि अपना जीवन सदैव कांग्रेस की मजबूती के लिए समर्पित किया है.
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