लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार (5 अक्टूबर) को गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान (गोरखपुर चिड़ियाघर) में तेंदुए के दो मादा शावकों को दूध पिलाकर उनका नाम 'भवानी' और 'चंडी' रखा। सीएम योगी ने रामचरित मानस की पंक्तियों 'हित अनहित पसु पच्छिउ जाना, मानुष तनु गुन ग्यान निधाना' का जिक्र करते हुए कहा कि कौन हितैषी है और कौन हानि पहुंचाने वाला पशुओं में इसका स्पंदन होता है।
सीएम योगी ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम वन में माता सीता और अपने अनुज लक्ष्मण के साथ ही गए थे, किन्तु वनवास काल में उनकी सहायता वनवासियों, भालू, वानर, गिद्ध यहां तक कि पेड़, पौधों, व जंगल के नदी नालों ने की। उन्होंने कहा कि मनुष्य भी तभी संरक्षित रहेगा, जब वह प्रकृति के प्रति और जीव-जंतुओं के संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को लेकर जागरूक रहेगा। उन्होंने वन्यजीवों के संरक्षण हेतु सभी लोगों के योगदान देने का अनुरोध किया।
इस दौरान सीएम योगी, तेंदुए के दो शावकों को दूध पिलाते नज़र आए। उन्होंने दो शावकों का नामकरण भी किया। मेरठ के अंतर्गत आने वाले गांव भगवानपुर बांगर के जंगल से रेस्क्यू कर लाई गई शावक का नाम 'चंडी' रखा गया, जबकि बिजनौर के जंगल से रेस्क्यू करके लाई गई दूसरी मादा शावक का नाम 'भवानी' रखा गया। इन दोनों मादा शावकों को गोरखपुर चिड़ियाघर में रखा जाएगा।
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