लखनऊ : शिया-सुन्नी वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार की जांच की घोषणा के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार तत्कालीन अखिलेश सरकार की स्वप्न परियोजना गोमती रिवर फ्रंट की जांच भी सीबीआई से करवाने की तैयारी में है.पता चला है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोमती रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट की सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है.
बता दें कि 16 जून को न्यायिक आयोग ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री के समक्ष पेश किया.नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में गठित कमेटी की रिपोर्ट के बाद यह सिफारिश की गई. इतना ही नहीं न्यायिक जांच में दोषी मिले अधिकारियों के खिलाफ भी आपराधिक मामले दर्ज किये जाएंगे .न्यायिक जांच रिपोर्ट के अनुसार प्रोजेक्ट के रुपयों को ठिकाने लगाने के लिए अधिकारियों और इंजीनियरों ने जमकर हेराफेरी कर आपराधिक साजिश रची.
गौरतलब है कि गोमती रिवर फ्रंट के लिए सपा सरकार ने 1513 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे. जिसमें से 1437 करोड़ यानी की 95 फीसदी फण्ड पहले ही जारी कर दिया था.जबकि 60 फीसदी काम भी पूरा नहीं हुआ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोमती रिवर फ्रंट का निरीक्षण किया तो प्रोजेक्ट की स्थिति देखकर सख्त नाराजगी व्यक्त की थी और मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए थे. इसी जाँच रिपोर्ट के आधार पर अब सीबीआई जाँच कराने का फैसला किया गया है.
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