लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चीनी मिलों को लेकर निर्णय लिया गया। दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आधी रात्रि में बैठक आयोजित की थी। जिसमें गन्ना किसानों के लिए 23 अप्रैल तक भुगतान करने का आदेश दिया गया है। गौरतलब है कि राज्य में 116 चीनी मिले हैं। इतना ही नहीं कथित तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कार्यकाल में जिन 21 सरकारी चीनी मिलों को बेचने में घोटाला हुआ था।
उनकी जांच को लेकर आदेश दिए गए हैं। इतना ही नहीं उत्तरप्रदेश के गन्ना विकास राज्यमंत्री सुरेश राणा ने उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया। इन आरोपों को गंभीर माना जा रहा है। मीडिया से हुई चर्चा में मंत्री सुरेश राणा ने आरोप लगाया कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी घोटाले में शामिल थे।
गन्ना किसानों को लेकर समाजवादी पार्टी की सरकार के कार्यकाल में भी जमकर अनियमितता हुई है। इस मामले में मंत्री ने जांच की बात कही है। दूसरी ओर उत्तरप्रदेश सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने सरकार की ओर से कहा है कि यदि किसी भी तरह से कोई दोषी है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के भाई आनंद कुमार की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही है। दरअसल पहले ही उन पर इनकम टैक्स द्वारा कार्रवाई की जा चुकी है अब पूर्वमुख्यमंत्री मायावती पर चीनी मिलों को लेकर शिकंजा कसता नज़र आ रहा है। ऐसे में मायावती और उनके भाई की परेशानी बढती नज़र आ रही है।
उत्तरप्रदेश सरकार राज्य में लाएगी अन्नपूर्णा योजना, 3 रूपए में मिलेगा नाश्ता तो 5 रूपए में भोजन
योगी सरकार के एलान को लेकर अखिलेश यादव ने कसा तंज
गन्ना किसानों को UP में मिली राहत, मिलेगा बकाया भुगतान, अवैध चीनी मिलों की हो सकती है CBI जांच