लखनऊ: अयोध्या में भव्य राममंदिर के निर्माण में आज का दिन ऐतिहासिक होने जा रहा है। आज से गर्भगृह का निर्माण शुरू होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ आज गर्भगृह के निर्माण के लिए पहली शिला रखेंगे। इसके साथ ही 29 मई से आरंभ हुआ सर्वदेव अनुष्ठान का समापन आज राम मंदिर का शिलान्यास करने के बाद हो जाएगा। इसमें कई प्रान्तों के जजमानों को निमंत्रण भेजा गया है। सीएम योगी जब शुभ मूहर्त में मंदिर के गर्भगृह की आधारशिला रखेंगे, उसके बाद लंबे समय से तराशे जा रहे पत्थरों का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा।
इसके लिए राजस्थान और अयोध्या में कई नयी वर्कशाप में पत्थरों पर नक्काशी का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। राजस्थान के साथ पहली बार इसके लिए उत्तर प्रदेश के कारीगरों को भी इस काम में लगाया गया है। बता दें कि अयोध्या के श्री रामजन्मभूमि कार्यशाला में पत्थर तराशने का काम 1992 से जारी है। अभी तक मंदिर निर्माण के लिए पिलर्स पर नक्काशी का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। छत के पत्थरों को तराशने का काम भी बहुत हद तक पूरा हो गया है। अब पिलर्स को आपस में जोड़ने के लिए बीम के पत्थरों पर नक्काशी का कार्य रामकारसेवक पुरम में शुरू हुआ है।
बता दें कि इस जगह पर पहली बार पत्थर तराशने के लिए अस्थाई कार्यशाला का निर्माण किया गया है, जिसमें फ़िलहाल 15 कारीगर काम कर रहे हैं, किन्तु शीघ्र ही इनकी तादाद 50 होने वाली है। ऐसी ही 3 कार्यशाला राजस्थान में भी स्थापित की गयी है, जहां से पत्थरों को तराशने के बाद अयोध्या लाया जा रहा है। इससे पहले राम मंदिर के लिए जितने पत्थरों की जरूरत थी, उसका 70 फीसदी पत्थर तराश लिए गए थे, मगर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद मंदिर के पुराने मॉडल में विस्तार किया गया। इसके बाद तराशे गए पत्थरों की जरूरत बढ़ गयी, जिसकी पूर्ति के लिए तेजी से कार्य चल रहा है। राम मंदिर निर्माण में सीमेंट और सरिया आदि का इस्तेमाल नहीं होगा।
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