लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले की नारायणी नदी में बुधवार को नाव पलटने के कारण लापता हुईं तीनों महिलाओं की मौत हो गई है। गोताखोरों ने जाल डालकर तीनों की लाशों को नदी से बाहर निकाला। इस हादसे में कुल 10 लोग नदी में डूबे थे, जिनमें से सात तैरकर नदी से बाहर आ गए थे।, जबकि तीन महिलाएं लापता हो गई थी। सीएम योगी ने घटना पर दु:ख प्रकट करते हुए अधिकारियों से दुर्घटना के पीड़ितों की पूरी मदद करने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी होंने राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाने और घायलों का इलाज कराने के भी निर्देश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, ये मजदूर खड्डा थाना क्षेत्र के ग्राम सालिकपुर स्थित नारायणी नोज से होकर नदी उस पार फसल काटने के लिए जा रहे थे। इस दौरान बीच नदी में यह हादसा हो गया। इसमें पनियहवा के पथलहवा की रहनी वाली 38 वर्षीय एक महिला और क्रमश: 18 और 16 वर्षीय दो लडकियां पानी के बहाव में लापता हो गईं थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने फ़ौरन पुलिस को सूचना दी और स्थानीय गोताखोर लोगों को बचाने में जुट गए। मौके पर पहुंची सालिकपुर चौकी की पुलिस भी डूबे लोगों की खोज में लग गई। इस बीच 10 में से सात लोग एक नाव के सहारे तैरते हुए नदी किनारे पहुंच गए।
मगर, हनुमानगंज थाना क्षेत्र के पनियहवा के पथलहवा के रहने वाले समसुद्दीन की पत्नी आसमां खातुन (उम्र 38 वर्ष) गांव की ही गुड़िया पुत्री अशरफ (उम्र 18 वर्ष) और सोनी पुत्री पतरु (उम्र 16 वर्ष) का कुछ पता नहीं चल पाया। उनकी तलाश के लिए स्थानीय गोताखोरों और पुलिस के अलावा NDRF की टीम भी पहुंची। बहुत देर तक तलाश करने के बाद आखिकर तीनों लापता महिलाओं के शव मिल गए। तीनों शवों को जाल डालकर बाहर निकाला गया।
भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहा श्रीलंका, भारत ने भेजे 11 हज़ार मीट्रिक टन चावल