लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर प्रवास के दौरान शुक्रवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित 'जनता दर्शन' में लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता की शिकायतों का त्वरित और संवेदनशील समाधान सुनिश्चित किया जाए और आवश्यक कार्रवाई तुरंत की जाए। मुख्यमंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी समस्याओं का प्रभावी समाधान कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
गुरुवार को मुख्यमंत्री ने वनटांगिया समुदाय के साथ दीपावली मनाई थी, और शुक्रवार को उन्होंने गोरखनाथ मंदिर में लगभग 200 लोगों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की। महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के बाहर बैठे लोगों के पास वे खुद जाकर उनकी बातें सुनीं। भूमि विवाद और अपराध संबंधी शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपराधियों और भू माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
'जनता दर्शन' में कई लोग इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर आए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि धन की कमी के कारण किसी का इलाज नहीं रुकेगा और अधिकारियों को निर्देश दिया कि आयुष्मान कार्ड धारकों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग पात्र हैं, लेकिन अभी तक आयुष्मान योजना से नहीं जुड़े हैं, उनके कार्ड जल्दी बनवाए जाएं।
गोरखनाथ मंदिर में अपने प्रवास के दौरान, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी पारंपरिक दिनचर्या का पालन किया। सुबह उन्होंने गुरु गोरखनाथ की पूजा की और अपने गुरु, ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ, की समाधि पर मत्था टेका। योगी आदित्यनाथ जब भी मंदिर में होते हैं, गोसेवा उनकी दिनचर्या का हिस्सा रहती है। शुक्रवार को उन्होंने मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए गोशाला का दौरा किया। वहां उन्होंने गौवंश को उनके नामों से पुकारा, जिससे कई गायें दौड़कर उनके पास आ गईं। मुख्यमंत्री ने उन्हें प्यार से दुलारा और अपने हाथों से गुड़ खिलाया।
दिवाली पर दिखा राहुल गांधी का 'पेंटर' अवतार, पुट्टी भरते नज़र आए, Video
जम्मू-कश्मीर स्थापना दिवस समारोह में शामिल नहीं हुए महबूबा-अब्दुल्ला, क्या सरकार बदलने से कुछ बदला?
'आप अहंकार में चूर हैं..', चुनावों के बीच निर्वाचन आयोग पर क्यों भड़की कांग्रेस?