CM योगी का बड़ा ऐलान, हाथरस हादसे में मृतकों के परिजनों को ₹4 लाख और पीड़ितों को मिलेंगे ₹1 लाख

CM योगी का बड़ा ऐलान, हाथरस हादसे में मृतकों के परिजनों को ₹4 लाख और पीड़ितों को मिलेंगे ₹1 लाख
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हाथरस: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार, 3 जुलाई 2024 को हाथरस जिले का दौरा किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य मंगलवार, 2 जुलाई को भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ के पीड़ितों और मृतकों के परिजनों से मुलाकात करना था। इस भगदड़ में कई लोग घायल हुए थे और कुछ की मृत्यु हो गई थी।

मुख्यमंत्री का दौरा और घोषणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे के पीड़ितों को आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की। इसके अलावा, उन्होंने राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा भी की।

हादसे की जांच और न्यायिक कार्रवाई
मुख्यमंत्री के निर्देश पर हादसे की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। राज्य सरकार ने घटना की न्यायिक जांच के लिए उच्च न्यायालय के रिटायर्ड जज की अगुवाई में एक कमेटी का गठन करने का भी फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि ADG आगरा के नेतृत्व में गठित टीम ने अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंप दी है।

प्रारंभिक जांच रिपोर्ट
इस रिपोर्ट में कई महत्वपूर्ण बिंदु सामने आए हैं, जिनकी गहराई से जांच की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत और बचाव कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है और आयोजकों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

घटना की गंभीरता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को सिर्फ एक हादसा नहीं माना है। उन्होंने आशंका जताई कि इस घटना के पीछे कोई न कोई साजिश हो सकती है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यदि यह हादसा है, तो इसके पीछे जिम्मेदार कौन है, इसका पता लगाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जो भी इसके पीछे होगा, उसे सजा दी जाएगी। न्यायिक जांच में शामिल रिटायर्ड जज और पूर्व पुलिस अधिकारी शासन को रिपोर्ट देंगे कि किन कदमों से ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।

घटना का विवरण
इस हादसे में उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के लोग भी शामिल थे। 31 घायल व्यक्तियों का एटा, अलीगढ़ और हाथरस के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। घायलों में से अधिकांश की हालत खतरे से बाहर है। यह भगदड़ तब मची, जब कथावाचक भोले बाबा अपनी कथा समाप्त करके लौट रहे थे। इस दौरान कई महिलाएँ उन्हें छूने के लिए आगे बढ़ीं, जिससे भीड़ का दबाव बढ़ गया। सेवादारों ने लोगों को धक्का दिया, जिससे भगदड़ मच गई।

आयोजन में सुरक्षा की कमी
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम में सेवादार आयोजन के अंदर प्रशासन को प्रवेश नहीं करने देते हैं। घटना के बाद आयोजकों ने मामले को दबाने की कोशिश की थी। जब प्रशासनिक अधिकारी घायलों को अस्पताल ले जाने लगे तो अधिकतर सेवादार वहाँ से भाग निकले। मुख्यमंत्री ने इस घटना को साजिश करार दिया और कहा कि स्वार्थी लोगों की साजिश के शिकार कई बेगुनाह हो गए।

राजनीतिक प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री ने विपक्ष के कुछ नेताओं की इस हादसे पर राजनीति करने के लिए आलोचना की। उन्होंने कहा कि हर कोई देख सकता है कि भोले बाबा के साथ किसके फोटो हैं और उनके राजनीतिक संबंध किसके साथ हैं। भोले बाबा उर्फ नारायण के कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की तस्वीरें और उनके साथ जयकारे लगाते हुए वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्दोषों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वालों को कठोर सजा मिलेगी।

पीड़ितों के लिए संवेदना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल जाकर इलाज करवा रहे पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, "हाथरस की दुर्घटना में घायल हुए लोगों से आज अस्पताल में भेंट कर उनका कुशल-क्षेम जाना और चिकित्सकों से उनके उपचार के संबंध में जानकारी प्राप्त की। कुशल चिकित्सकों के नेतृत्व में सभी का समुचित उपचार शीर्ष प्राथमिकता पर किया जा रहा है। इस कठिन समय में राज्य सरकार पूरी तत्परता और संवेदनशीलता के साथ पीड़ितों और उनके परिवार के साथ खड़ी है। सभी घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्राप्ति हो, प्रभु श्रीराम से यही प्रार्थना है।"

बच्चों की शिक्षा का जिम्मा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि मृतकों के बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा उत्तर प्रदेश सरकार उठाएगी। उन्होंने घटनास्थल का भी निरीक्षण किया, जहाँ भारी बारिश हो रही थी। बारिश की वजह से मैदान में पानी भर गया था। मुख्यमंत्री के साथ पूरा प्रशासनिक अमला मौजूद था और उन्होंने प्रशासन को कई निर्देश दिए।

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