'माफिया बन गए हैं कोचिंग सेंटर वाले, क्या कर रही सरकार..', लोकसभा में केंद्र पर कांग्रेस ने किया प्रहार

'माफिया बन गए हैं कोचिंग सेंटर वाले, क्या कर रही सरकार..', लोकसभा में केंद्र पर कांग्रेस ने किया प्रहार
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नई दिल्ली: लोकसभा में आज सोमवार (29 जुलाई) को केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान, कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में तीन UPSC छात्रों की दुखद मौतों का मुद्दा उठाया। साथ ही उन्होंने उच्च शिक्षण संस्थानों में SC/ST छात्रों के खिलाफ भेदभाव पर भी चिंता जताई।

वेणुगोपाल ने छात्रों की ख़ुदकुशी का मुद्दा उठाते हुए लोकसभा में कहा कि, "उच्च सदन में एक मंत्री ने 2023 में इस प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा था कि 2018 से 2022 तक IIT और IIM सहित उच्च शिक्षा संस्थानों में लगभग 18 छात्रों ने आत्महत्या की है। इसका एक मुख्य कारण इन संस्थानों में होने वाला जातिगत भेदभाव है। इस मुद्दे पर तत्काल विचार किया जाना चाहिए।" उन्होंने देश भर के कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा और विनियमन के मुद्दे पर भी बात की और राष्ट्रीय राजधानी के ओल्ड राजिंदर नगर में हाल ही में हुई त्रासदी की ओर इशारा किया। कांग्रेस सांसद ने कहा कि, "परसों नई दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर में बहुत दुखद घटना घटी, जिसमें तीन छात्रों की जान चली गई। बताया गया कि यह सेंटर बिना उचित मंजूरी या सुविधाओं के चल रहा था। कुछ कोचिंग सेंटर 'माफिया' बन गए हैं। क्या सरकार कोई कार्रवाई करेगी?"

इसके जवाब में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि, "माननीय सदस्य ने एक प्रश्न उठाया है, जो आज के प्रश्न से संबंधित नहीं है, लेकिन मैं आपके माध्यम से आश्वस्त करना चाहता हूं कि यह सरकार सभी प्रकार के छात्रों की सामाजिक-मनोवैज्ञानिक और मानसिक सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, चाहे वे कोचिंग सेंटर, संस्थान, स्कूल या उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे हों।" कोचिंग सेंटरों के बारे में शिक्षा मंत्री ने कहा कि, "भारत सरकार ने जनवरी में नवीनतम दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सभी राज्यों के लिए एक विस्तृत और व्यापक दिशानिर्देश है। और राजस्थान, बिहार, गोवा आदि सहित कई राज्यों ने इस मामले को देखने के लिए अपने स्वयं के दिशानिर्देश और नियम बनाए हैं।" केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि, "छात्रों की सुरक्षा का मुद्दा, एक सामाजिक-मनोवैज्ञानिक मुद्दा है, जिसका हम सभी को ध्यान रखना होगा। यह केवल आरोपों और जवाबों के माध्यम से निपटने वाला मुद्दा नहीं है।"

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