कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सीओएआई ने टेलीकॉम विभाग के साथ अमेजन प्राइम, यूट्यूब, हॉटस्टार, वूट और नेटफ्लिक्स जैसी ओटीटी कंपनियों से एचडी और फुलएचडी की बजाय स्टैंडर्ड डेफिनेशन (एसडी) क्वालिटी में वीडियो दिखाने को लेकर पत्र लिखा है। इसके साथ ही , सीओएआई ने अपने पत्र में लिखा है कि इस मुश्किल स्थिति में वीडियो स्ट्रीमिंग कंपनियों को एसडी क्वालिटी में वीडियो दिखानी चाहिए, जिससे डाटा की कम खपत होगी। इसके साथ ही नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर पर दबाव भी नहीं पड़ सकता है । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले नेटफ्लिक्स और यूट्यूब ने यूरोप में इस तरह का कदम उठाया था।
यूरोप में कम की पिक्चर क्वालिटी
यूरोपियन यूनियन के आग्रह के बाद यूट्यूब ने नेटफ्लिक्स की तरह वीडियो को क्वालिटी को कर दिया है। इसके अलावा यूरोप में उपभोक्ता को यूट्यूब पर स्टैंडर्ड डेफिनेशन यानी एसडी क्लाविटी में वीडियो देखने को मिल रही हैं। इसके साथ ही यूट्यूब के इस फैसले पर कंपनी के एक प्रवक्ता ने टेकक्रंच को बताया कि भले ही यूजर्स को एसडी में वीडियो दिखाने का फैसला लिया है परन्तु उन्हें अच्छी क्वालिटी मिल सकती है ।
नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर पर पड़ रहा है दबाव
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार , एयरटेल ने माना है कि कोरोना वायरस के कारण अधिकतर लोग घर पर हैं, जिससे इंटरनेट की यूसेज बढ़ गई है। वहीं, इससे नेटवर्क इंफ्रास्टक्चर पर बहुत दबाव पड़ रहा है।
जियो और बीएसएनएल ने उतारे नए डाटा प्लान
रिलायंस जियो ने हाल ही में घर से काम करने वाले उपभोक्ता के लिए कई सारे डाटा पैक लॉन्च किए हैं, जिनमें उन्हें हाई-स्पीड डाटा मिला है। वहीं, दूसरी तरफ बीएसएनएल ने वर्क फ्रॉर्म होम प्लान को पेश किया है, जिसमें उपभोक्ताओं को मुफ्त में डाटा दिया जा रहा है। फिलहाल , यह प्लान लैंडलाइन यूजर्स के लिए है।
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