पीलीभीत. जिले में शीतलहर का कहर जारी है. लगातार गिरते पारे और तेज पछुवा हवा ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है. खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर गरीब-बेसहारा लोगों के लिए ठंड जानलेवा साबित हो रही है. इस कड़ाके की सर्दी से गरीबों को बचाने की सरकारी इंतजामों की पोल खुल रही है. ठंड से बेहाल लोग सड़कों पर ठिठुर रहे हैं. दर्जनों लोग खुले आसमान के नीचे ठंड में सिकुड़ते-कांपते मिले. उनके पास प्रशासन के कंबल नहीं थे, जिसका दावा बार-बार किया जा रहा है. ठंड से बचने के लिए सार्वजनिक स्थलों पर अलाव भी नजर नहीं आए.
गरीबों और निराश्रितों के लिए ठंड काल बन गई है. इस प्रकोप के बीच नगर पालिका अध्यक्ष और प्रशासन संवेदनहीन हैं. ठंड की मार से तड़पती एक अधेड़ महिला ने अपने शरीर के कपड़े उतारकर कर ताप डाले. इस घटना ने समाज को शर्मसार कर दिया है. रविवार को रात्रि की इस गंभीर घटना के बाद भी योगी सरकार का हठधर्मी प्रशासन और नवनिर्वाचित पालिका अध्यक्ष पर कोई भी असर नहीं हुआ है. उनके स्तर पर पहले से कोई तैयारी नहीं की गई. अव्यवस्थाओं के बीच पीड़ित महिला को लोगों ने अस्पताल में भर्ती कराया. वहां भी अव्यवस्थाओं के कारण पीड़ित महिला को उपचार नहीं मिल सका.
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