मॉस्को : वैसे ठंड ने जगह पैर जमा है पर रूस के साइबेरिया स्थित नॉरिल्स्क शहर को दुनिया का सबसे ठंडा शहर माना जाता है। यहां के निवासी दो महीने तक सूर्योदय नहीं देख पाते। ठंड का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि साल के 365 में से 270 दिन बर्फ जमी रहती है। जानकारी के मुताबिक 1 लाख 75 हजार की आबादी वाले नॉरिल्स्क शहर का ठंड के दिनों में न्यूनतम तापमान -61 डिग्री सेल्सियस है, जबकि औसत तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस रहता है।
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पहुंचने के लिए नहीं है सड़क
जानकारी के लिए बता दें रूस की राजधानी मॉस्को से नॉरिल्स्क करीब 2900 किमी दूर स्थित है। आर्कटिक वृत्त से शहर 300 किमी उत्तर में है। यहां पहुंचने के लिए सड़क नहीं है। यहां केवल विमान या नौका से पहुंचा जा सकता है। शहर इस कदर रूस से कटा है कि लोग भी बाकी देश को मेनलैंड कहकर ही संबोधित करते हैं।
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आधुनिक दौर की सभी चीजें मौजूद
नॉरिल्स्क भले ही दुनिया से कटा हो लेकिन यहां पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन, कैफे, चर्च, बार, आर्ट गैलरी और थिएटर समेत आधुनिक दौर की सभी चीजें मौजूद हैं। साल के 270 दिन नॉरिल्स्क में बर्फ जमी रहती है। हर तीसरे दिन यहां लोगों को बर्फीले तूफान का सामना करना पड़ता है। एक और ऐसा शहर है जो साइबेरिया स्थित याकुत्स है लोग इसे ज्यादा ठंडा मानते हैं। यहां पर ठंड के दिनों में तापमान -41 डिग्री सेल्सियस होता है और गर्मियों में भी नॉरिल्स्क की तुलना में ज्यादा टेम्परेचर होता है।
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