डायरिया होने जाने पर उल्टी तथा दस्त इंसान को परेशान करते हैं। जिसके कारण बॉडी का पानी कम होने लगता है तथा कमजोरी फील होने होती है। ज्यादातर व्यक्तियों को यही लगता है कि संक्रमित खाना अथवा पानी पीने के कारण ही डायरिया होता है। परन्तु दस्त या उल्टी मतलब डायरिया होने की कुछ बहुत ही नार्मल सी वजह जिम्मेदार होती हैं। जिनको लेकर अलर्ट होने की आवश्यकता होती है।
कई बार देखा गया है कि जो व्यक्ति काफी अधिक तनाव में रहते हैं। उनमें डायरिया के लक्षण जैसे दस्त अथवा उल्टी नजर आते हैं। इसकी वजह है कि तनाव के कारण आंतों पर भी प्रभाव पड़ता है तथा वो ठीक तरीके से काम नहीं कर पाती। जिसके कारण से पाचन गड़बड़ हो जाता है तथा दस्त की परेशानी होने लगती है। जो कई बार बढ़कर डायरिया का रूप ले लेती है।
वही यदि किसी व्यक्ति के दिमाग में डर बैठा है या फिर वो किसी चीज से काफी अधिक भयभीत है तो भी डायरिया के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक, किसी मनुष्य में जो डर का अनुभव करता है। उसमें वात, पित्त तथा कफ में पित्त का स्त्राव ज्यादा होने लगता है। जिसकी वजह से पेट की गड़बड़ी मतलब की पाचन शक्ति पर प्रभाव पड़ता है तथा दस्त के साथ उल्टी जैसी समस्यां होने लगती है। साथ ही कई बार हम नार्मल लाइफ में भी बहुत सारा खाना खा लेते हैं। जिसके कारण अपच की दिक्कत हो जाती है। इसी के साथ हमें इन चीजों पर नियंत्रण तथा ध्यान देना चाहिए।
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