भारतीय उपभोक्ता के अधिकारों का संरक्षण करने वाली एक NGO ने दावा करते हुए कहा है कि देशभर में उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराई जाने वाली इंटरनेट स्पीड कंपनियों के दावों से ठीक उलट है. इस गैर सरकारी संगठन का कहना है कि हमारी इंटरनेट स्पीड वैश्विक स्तर पर सबसे कम स्पीड में से एक है. कंज्यूमर वॉयस नमक इस संगठन की मानें तो, देश की दूरसंचार कंपनियों द्वारा दी जा रही खराब,औसत और अच्छी इंटरनेट सेवाओं के बीच उपभोक्ता फर्क नहीं कर पाते है.
NGO ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि, 'सेवा प्रदाताओं द्वारा दी जा रही इंटरनेट स्पीड उनके दावों से काफी कम हैं और वैश्विक स्तर पर सबसे खराब सेवाओं में से एक है.' देश के चार टेलीकॉम सर्किल के आठ राज्यों में वायरलेस इंटरनेट स्पीड का अध्ययन किया गया. इस स्टडी में खुलासा हुआ कंपनियों द्वारा किए जा रहे दावों के मुकाबले इंटरनेट स्पीड बेहद कम हैं.
अध्ययन की रिपोर्ट में कहा गया है कि, 'इंटरनेट की खराब स्पीड के कारण सरकार व दूरसंचार नियामक को चाहिए कि इंटरनेट स्पीड बेहतर करने की रूपरेखा तैयार की जाए.' आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कंज्यूमर वॉयस सस्था के साथ समाज के कई अकादमिक, प्रोफेशनल और स्वयंसेवी लोग जुड़े हुए है.
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