वाराणसी: करोड़ों रुपये हड़प कर कंपनी को बंद कर फरार हो जाने के मामले में वाराणसी के कैंट थाने में 11 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि वाराणसी देश के पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है, जो आए दिन भ्रष्टाचारियों पर अंकुश लगाने के दावे भी करते है।
यह कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर की गई है। रामनगर के रहने वाले महेश प्रसाद निषाद ने अदालत में प्रार्थना पत्र दिया था। महेश के मुताबिक, कैंट थाना अंतर्गत मिंट हाउस स्थित पीसीएफ प्लाजा में कल्पतरु नामक एक कंपनी के द्वारा निवेश पर बेहतर रिटर्न का वायदा करके कई लोगों से करोड़ों रुपये जमा करा लिए गए। निर्धारित अवधि बीत जाने के बाद भी कंपनी की तरफ से पैसा वापस नहीं किया गया और डायरेक्टर शहर छोड़ कर भाग गए हैं।
पैसा वापसी की मांग करने पर कंपनी के लोगों के द्वारा निवेशकों को धमकाया जा रहा है। कंपनी की देश भर में कई ब्रांचेज हैं। इनमें से 22 शाखाओं में लोगों द्वारा जमा किए गए रुपये हजम कर लिए गए हैं। महेश के प्रार्थना पत्र पर पीसीएफ प्लाजा स्थित दफ्तर के डायरेक्टर मनोज यादव, जय कृष्ण राणा, एमसी शर्मा, अनूप सिंह, दिनेश सिंह, राजू अग्रवाल, कुलदीप सिंह, केएल पांडेय, दुष्यंत कुमार, रीता सिंह और मुकेश कुमार समेत अन्य अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर कैंट पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी है।
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