आप यदि किसी प्रतियोगी परीक्षा में हिस्सा लेते है. तो पाते है की उसमें सामान्य ज्ञान,कंप्यूटर ज्ञान जैसे अन्य प्रश्न भी पूछे जाते है. जिनका ज्ञान होना हमारी सफलता के लिए सहायक है. कई बार तो यह भी होता है की हमारा गणित कमजोर होने की वजह से हम सामान्य ज्ञान और कंप्यूटर ज्ञान होने से एक अच्छा स्कोर कर पाते है. आज के इस दौर में आपने भी देखा की लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में जैसे एसएससी,रेलवे ,अन्य परीक्षाओं में कंप्यूटर सम्बन्धी प्रश्न पूछे जाते है.
प्रोटोकॉल- यह एक ऐसी मानक औपचारिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से कम्प्यूटर नेटवर्क में अंकीय संचार किया जाता है.
ब्राउजर- यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर है, जिसकी मदद से यूजर सूचनाओं को प्राप्त करने के लिए इंटरनेट में प्रवेश करता है.
वेब सर्वर- यह प्रोग्राम वेब ब्राउजर के द्वारा संसाधनों को प्राप्त करने के लिए यूजर द्वारा दिए गए अनुरोध को पूरा करता है.
नेटवर्क- कई सिस्टमों को एक साथ जोड़कर बनाए गए संजाल को नेटवर्क कहते हैं. इसके द्वारा एक साथ कई जगहों पर सूचनाओं का आदान-प्रदान करना संभव है.
आन-लाइन- जब यूजर इंटरनेट पर जान-करियों व सेवाओं का अध्ययन करता है. तब कहा जाता है कि यूजर ऑन लाइन है.
होम पेज- यह किसी भी साइट का शुरूआती प्रदर्शित पेज है. जिसमें सूचनाएं हाईपरलिंक द्वारा जोड़ी जाती है.
ऑफ लाइन- इसमें यूजर इंटरनेट में मौजूद सूचनाओं को अपने अपने सिस्टम में संग्रहित कर इंटरनेट संपर्क काट देता है.
हाइपर टेक्स्ट ट्रॉसंफर प्रोटोकॉल- इसका प्रयोग एचटीएमएल में संगृहित दस्तावेजों व दूसरे वेब संसाधनों कों स्थानांतरित करने में किया जाता है.
टीसीपी/आईपी- इसका प्रयोग सूचनाओं के आदान-प्रदान में किया जाता है.
यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर(यूआरएल)- इसका प्रयोग वेब पर किसी विशेष सूचना को संचालित करने में किया जाता है.
वेब पेज- होम पेज पर बने हाइपर लिंक पर क्लिक करने पर जो पेज हमारे सामने प्रस्तुत होता है, उसे वेब पेज कहते हैं.
वेबसाइट- वेब पेजों के समूहों को वेबसाइट कहते हैं. जिसमें आडियो, वीडियों, इमेजेस का समावेश होता है.
हाइपर लिंक- वेब पेज में मौजूद वे विशेष शब्द या चित्र जिस पर क्लिक करने पर उस शब्द या चित्र से सम्बंधित एक अलग वेब पेज पर आ जाती है. उसे वेब पेज को हाइपर लिंक कहते है.
डाउनलोड- इंटरनेट या किसी अन्य कंम्प्यूटर से प्राप्त सूचनाओं को अपने कम्प्यूटर में एकत्रित करना डाउनलोड कहलाता है.
अपलोड- अपने कम्प्यूटर से किसी अन्य कम्प्यूटर में सूचनाएं भेजना अपलोड कहलाता है. जैसे ई-मेल भेजना.
सर्वर- वह कम्प्यूटर जो इंटरनेट प्रयोग करने वाले सिस्टम को सूचनाएं प्रदान करने की क्षमताएं रखता है, सर्वर कहलाता है.
इंटरनेट एड्रेस- इंटरनेट में प्रयुक्त एड्रेस के मूलभूत हिस्से को डोमेन कहा जाता है. इंटरनेट से जुड़े हर कम्प्यूटर का एक अलग डोमेन होता है.जिसे डोमेन नेम सिस्टम कहते हैं. जिसे 3 भागों में बांटा जा सकता है.
1.जेनेरिक डोमेन
2.कंट्री डोमेन
3.इनवर्स डोमेन