पुणे : महाराष्ट्र के पुणे जिले के बेलसर में जीका वायरस का कहर छाने लगा है। यहाँ जैसे ही पहला मामला सामने आया वैसे ही स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। मिली जानकारी के तहत यहाँ केंद्र सरकार और राज्य प्रशासन ने पुणे के बेलसर गांव में विभिन्न उपायों को लागू करने का काम आरम्भ कर दिया है। जी दरअसल प्रशासन ने गांव के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि अगले तीन महीने तक कोई भी महिला गर्भवती न हो। केवल यही नहीं बल्कि इसके लिए ग्राम पंचायत और स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीणों को कंडोम बांटे जा रहे हैं। अब बात करें जीका वायरस के बारे में तो यह जीका एडीज एजिप्टी मच्छर से फैलता है।
इस मच्छर से सबसे अधिक खतरा गर्भवती महिलाओं को है। विशेषज्ञों का कहना है कि जीका बच्चे के मस्तिष्क के विकास को बाधित कर सकता है। केवल यही नहीं बल्कि यह समय से पहले प्रसव भी करा सकता है, इसलिए सावधानी रखना बेहद जरूरी है। जैसे ही पुणे के पुरंदर तहसील के बेलसर गांव में जीका का पहला मामला सामने आया वैसे ही अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। कहा जा रहा है इस गांव में अधिकारियों ने बचाव के अन्य निर्देशों के साथ ही अगले तीन माह तक कोई भी महिला गर्भवती न हो, इसके लिए भी लोगों को जागरूक करने को कहा है।
वहीँ दूसरी तरफ बेलसर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रमुख डॉ. भरत शितोले का कहना है कि, 'जीका दो तरह से फैलता है। यह एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने या संक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक संपर्क से फैल सकता है। जीका वायरस पुरुष के वीर्य में लगभग चार महीने तक जीवित रह सकता है। इसलिए, उस आदमी के कारण होने वाली गर्भावस्था में शिशु को जीका रोग हो सकता है।' अब बात करें जीका वायरस से संक्रमित होने के लक्षण के बारे में तो यह डेंगू जैसे ही होते हैं। इसमें बुखार आना, शरीर पर चकत्ते पड़ा और जोड़ों में दर्द शामिल है।
75वें स्वतंत्रता दिवस पर 1,380 पुलिसकर्मियों को वीरता-सेवा पदक से किया जाएगा सम्मानित
15 अगस्त पर दिल्ली में लैंड नहीं हो पाएंगी ये फ्लाइट्स
2020 में Zero रही एलन मस्क की सैलरी, टेस्ला कंपनी ने खुद बयान जारी कर बताई वजह