पटना : बिहार में राजद और कांग्रेस नेताओं के बीच लगातार बयानबाजी का दौर जारी है. दोनों ही दल के नेताओं की बयानबाजी को देखकर लगता है कि आने वाले समय में शायद दोनों दल एक होकर चुनाव लड़े.
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि बिहार कांग्रेस के नेताओं की कोई हैसियत नहीं है. कांग्रेस के नेता राहुल गांधी हैं. बिहार में कोई नेता नहीं है. उन्होनें कांग्रेस नेताओं को 'ऐरा गैरा नत्थू खैरा' तक कह दिया. दअरसल तेजस्वी यादव भी गठबंधन की संभावनाओं को खारिज कर चुके हैं. इस बात पर वो लगातार नीतीश कुमार पर भी निशान साधते नजर आ रहे हैं.
शिवानंद तिवारी के बयान से कांग्रेस में नाराजगी देखी जा रही है. बिहार कांगेस के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि राजद नेता संयम बरतें, एक-दूसरे का सम्मान करें और मर्यादा का ध्यान रखें. उन्होंने कहा, कि इन बातों का ध्यान रख कर ही दोनों पार्टियां साथ चल सकती है. वहीं अशोक राम ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता से लेकर वोटर तक सभी अकेले चुनाव लड़ने को तैयार हैं. कांग्रेस, राजद और जदयू के नेताओं के बीच चलते इन बयानों के दौरा से लोकसभा चुनाव के लिए पार्टियों के नए समीकरण से इंकार नहीं किया जा सकता है.
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