नई दिल्ली: आगामी चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ मोर्चा बनाने के लिए कांग्रेस-तृणमूल कांग्रेस फिर साथ आने वाले हैं। भाजपा के खिलाफ विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने की TMC सुप्रीमो ममता बनर्जी की कोशिशों की कांग्रेस नेताओं ने प्रशंसा कर इसके संकेत दे दिए हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को विपक्षी खेमे में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
कांग्रेस के असंतुष्ट धड़े जी-23 के नेता आनंद शर्मा ने कहा है कि, यह (विपक्षी एकता) कांग्रेस की घोषित स्थिति है। कांग्रेस अध्यक्ष और कार्यकारी समिति ने इस पर बल दिया है। कांग्रेस नेताओं का यह भी कहना है कि अन्य विपक्षी दलों व 137 वर्ष पुरानी पार्टी के बीच छोटे-मोटे मतभेदों को भुला दिया जाना चाहिए, क्योंकि गैर-भाजपा नेता, भाजपा जैसी ताकत को मात देने के लिए एकजुट होने की कोशिश कर रहे हैं। ममता ने 27 मार्च को तमाम गैर-भाजपाई मुख्यमंत्रियों और कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के बड़े नेताओं को पत्र लिखकर प्रगतिशील ताकतों के साथ आने व भाजपा शासन के खिलाफ लड़ने का आह्वान किया था।
विपक्षी एकता पर कांग्रेस के दिग्गज नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि, ममता बनर्जी विपक्ष का एक मजबूत स्तंभ हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्येक राज्य में मतविभाजन को रोकने के लिए विपक्ष को संयुक्त होना चाहिए। वहीं ममता बनर्जी द्वारा अतीत में कांग्रेस की आलोचना के सवाल पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने कहा कि जब देश को बचाने की चुनौती हो तब ऐसे छोटे-मोटे मतभेदों को भुला दिया जाना चाहिए।
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