उज्जैन: कांग्रेस नेत्री नूरी खान ने शिप्रा नदी के बीच में पानी पर बनाए मंच पर भूख हड़ताल शुरू की. बताया जा रहा है कि शिप्रा नदी के शुद्धिकरण के लिए किए जाने वाले आंदोलन के प्रथम चरण में नूरी खान रामघाट पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने जा रहीं हैं.
हालांकि इससे पूर्व भी शिप्रा के शुद्धिकरण को लेकर आंदोलन होते रहे हैं, लेकिन यह पहला अवसर है जब किसी अल्पसंख्यक नेता ने शिप्रा के शुद्धिकरण का बीड़ा उठाया है.
सबसे दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस नेञी नूरी खान ने इस पूरे आंदोलन को अपने सामाजिक संगठन संकल्प के माध्यम से चलाने का निर्णय लिया है, जो यह बताता है कि शिप्रा बचाओ आंदोलन राजनीतिक दल से जुड़ा नहीं है.
जानकारों का मानना है कि इससे इस आंदोलन को आम जनता का अच्छा समर्थन मिलेगा.
बेशक नूरी खान ने राजनीति से परे हटकर आंदोलन का शंख नाद कर दिया हो लेकिन अब देखना यह कि उज्जैन की जनता शिप्रा मैया के लिए आंदोलन करने वाली बेटी का कितना साथ देती है.
हालांकि धार्मिक जगत से जुड़ी कई बड़ी और नामचीन हस्तियों के भी इस आंदोलन में समर्थन के संकेत मिले हैं.
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