नईदिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव हेतु मतदान से पूर्व केंद्र सरकार ने जीएसटी के प्रावधानों में कुछ बदलाव किए थे। इस तरह के बदलावों के बाद कांग्रेस ने तरह - तरह के आरोप लगाए। पूर्व वित्तमंत्री और कांग्रेस के नेता पी चिदंबरम ने कहा कि, कांग्रेस भी चाहती थी कि, जीएसटी की दरों में कमी की जाए। जीएसटी के 28 प्रतिशत स्लैब की सूची से विभिन्न वस्तुओं को हटा दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने जो निर्णय लिए, उनसे सभी यह जान पाए हैं कि, आखिर सरकार किस तरह की राजनीति कर रही है।
पी चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, केंद्र सरकार के इस कदम से कांग्रेस दोषमुक्त हो गई है। जीएसटी के 18 प्रतिशत स्लैब को स्वीकृति मिल गई। गुजरात आपको शुक्रिया, आपके चुनाव ने वह कर दिखाया, जो संसद और सामान्य सूझबूझ से नहीं किया जा सका है। गौरतलब है कि, जीएसटी परिषद ने कई रोजमर्रा के उपयोग में आने वाली सामग्रियों और कई उपभोक्ता सामग्रियों पर टैक्स लगाया है।
जीएसटी परिषद ने चुइंगम, चाॅकलेट, सौंदर्य प्रसाधन, विग, हाथ घड़ी आदि पर कर की दर को कम कर दिया। वित्तमंत्री अरूण जेटली ने जीएसटी परिषद की बैठक को लेकर कहा कि, लगभग 178 वस्तुओं पर कर की दर को वर्तमान के 28 प्रतिशत से कम कर 18 प्रतिशत करने का निर्णय कर दिया गया है।
वित्तमंत्री को आगरा, सूरत, तिरूपपुर व दूसरे शहरों में जीएसटी की बैठक पर ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि, गुजरात चुनाव समीप आ गए तो सरकार को कारोबारियों और व्यपारियों की याद आ गई। गुजरात विधानसभा के चुनाव तय करेंगे कि क्या, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक नीतियां उचित थीं।
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