भोपाल: मध्य प्रदेश में टिकट वितरण के पश्चात् से ही कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी में बागियों और रूठों को मनाने का सिलसिला जारी है। दोनों दलों के नेता बागियों की मान मनोव्वल कर नामांकन वापस लेने की अपील कर रहे हैं। इसी कड़ी में भोपाल की हुजूर सीट पर पूर्व MLA जितेंद्र डागा से मिलने बुधवार शाम को कांग्रेस के उम्मीदवार नरेश ज्ञानचंदानी पहुंचे तो जितेंद्र डागा उस वक़्त असहज हो गए जब ज्ञानचंदानी उनके मना करने के बाद भी पैर छूने की जिद पर अड़ गए। डागा द्वारा कई बार मना करने के बाद भी ज्ञानचंदानी नहीं मानें और उनके पैर पड़े।
वही इसके पहले भारतीय जनता पार्टी MLA एवं हुजूर से भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार रामेश्वर शर्मा भी जितेंद्र डागा को मनाने पहुंचे थे तथा उन्हें भारतीय जनता पार्टी के पाले में लाने का प्रयास करते नजर आए। दरअसल, जितेंद्र डागा इस सीट से MLA रह चुके हैं तथा क्षेत्र के कद्दावर नेता भी है। इस चुनाव में भी वह दावेदारी ठोक रहे थे मगर कांग्रेस ने यहां से नरेश ज्ञानचंदानी को प्रत्याशी बना दिया जिसके पश्चात् डागा ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर दिया है।
नामांकन के अंतिम दिन सिंधिया ने समाजवादी पार्टी उम्मीदवार को भारतीय जनता पार्टी में वापस सम्मिलित करा दिया था। सिंधिया समर्थक भक्ति तिवारी ने एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। टिकट न मिलने से नाराज भक्ति तिवारी ने भारतीय जनता पार्टी छोड़ दी थी। भक्ति तिवारी 2020 में सिंधिया के साथ भारतीय जनता पार्टी में आए थे। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने उनको टिकिट नहीं दिया तो वे समाजवादी पार्टी में सम्मिलित हो गए तथा खरगापुर विधानसभा सीट से टिकिट हासिल कर लिया। किन्तु नामांकन के अंतिम दिन वह फिर से समाजवादी पार्टी में सम्मिलित हो गए।
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