लखनऊ: कांग्रेस पार्टी के प्रति समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख और पूर्व सीएम अखिलेस यादव का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल, अखिलेश मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन बनाने में विफल रहने के बाद कांग्रेस की कड़ी आलोचना कर रहे हैं। शुक्रवार को हरदोई में मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने जाति आधारित जनगणना के हालिया समर्थन को लेकर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि, 'यह वही कांग्रेस पार्टी है, जिसने पहले जाति जनगणना के आंकड़े नहीं दिए थे। अब हर कोई जानता है कि जब तक आपको पिछड़ी जातियों और जनजातियों का समर्थन नहीं मिलेगा, तब तक आप (चुनावों में) सफल नहीं होंगे।' सपा प्रमुख ने कहा कि, "यह एक चमत्कार है कि अब कांग्रेस पार्टी जाति जनगणना चाहती है। कांग्रेस पार्टी को अब पता चल गया है कि जिस वोट की उन्हें तलाश थी वह अब उनके पास नहीं है।" इससे पहले शुक्रवार को, अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर अपना हमला जारी रखते हुए कहा कि उन्होंने इसे विश्वासघात बताया और कहा कि अगर यह भ्रम बना रहा, तो INDIA गठबंधन कभी भी भाजपा को नहीं हरा पाएगा।
"सबको एहसास हो गया है कि जब तक पिछड़े, दलित और आदिवासी, अल्पसंख्यक भाइयों का साथ नहीं लेंगे तब तक आप कामयाब नहीं होंगे।"
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 20, 2023
- माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी, हरदोई pic.twitter.com/EfhHqUuvqw
अखिलेश यादव ने कहा कि, "अगर कांग्रेस (मध्य प्रदेश में) सीटें नहीं देना चाहती थी, तो उन्हें यह पहले ही कहना चाहिए था। आज, सपा केवल उन सीटों पर लड़ रही है, जहां उसका अपना संगठन है। अब मध्य प्रदेश के बाद, मुझे पता है कि INDIA गठबंधन है राष्ट्रीय स्तर पर (संसदीय) चुनाव के लिए। अगर कांग्रेस इसी तरह व्यवहार करती रही, तो उनके साथ कौन खड़ा होगा? अगर हम मन में भ्रम लेकर भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे, तो हम सफल नहीं होंगे।''.
बता दें कि, कांग्रेस इस वादे के साथ जाति जनगणना का समर्थन कर रही है कि ऐसी जनगणना उन राज्यों में की जाएगी, जहां कांग्रेस सरकार बनाती है। यह बिहार सरकार द्वारा जाति सर्वेक्षण डेटा जारी करने के बाद आया है, जिसका लोकसभा चुनाव पर भी असर हो सकता है। अगले साल होने वाले चुनावों से पहले यह खुलासा हुआ है कि अन्य पिछड़ी जातियां (OBC) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC) मिलकर बिहार की आबादी का 63 प्रतिशत हिस्सा हैं।
आंकड़ों के मुताबिक, बिहार की आबादी में अनुसूचित जाति 19.65 फीसदी और अनुसूचित जनजाति 1.68 फीसदी है. आंकड़ों में यह भी कहा गया है कि आबादी में हिंदू 81.99 प्रतिशत, मुस्लिम 17.7 प्रतिशत, ईसाई 0.05 प्रतिशत, सिख 0.01 प्रतिशत, बौद्ध 0.08 प्रतिशत और अन्य धर्मों के 0.12 प्रतिशत शामिल हैं। आंकड़ों में कहा गया है कि यादव, OBC समूह जिससे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आते हैं, सबसे बड़ा है और राज्य की आबादी का 14.27 प्रतिशत है। जाति सर्वेक्षण में कहा गया है कि कुशवाह और कुर्मी समुदाय आबादी का 4.27 प्रतिशत और 2.87 प्रतिशत हैं। बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से ज्यादा है।
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