नई दिल्ली: कांग्रेस का एक बड़ा यु-टर्न देखने को मिला है। दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को सुबह दिए गए बयान में इजराइल पर हुए आतंकी हमले की निंदा की थी, जिससे भारत के कई मुस्लिम नाराज़ हो गए थे। यहां तक कि, सोशल मीडिया पर मुस्लिम यूज़र्स ने कांग्रेस को वोट न देने तक की धमकी दी थी। जिसके बाद अब कांग्रेस ने यु टर्न लेते हुए उस फिलिस्तीन का समर्थन कर दिया है, जिसके आतंकियों ने इजराइल पर महज 20 मिनट में 5000 रॉकेट दागे थे और महिलाओं को नग्न घुमाया था। अब जब इजराइल उस आतंकी हमले का जवाब दे रहा है, तो कांग्रेस ने फिलिस्तीन के प्रति समर्थन जताते हुए युद्धविराम की मांग की है। हालाँकि, भारत सरकार ने पूर्णतः इजराइल के प्रति समर्थन व्यक्त किया है।
हम इज़राइल के निर्दोष नागरिकों पर हुए क्रूर हमलों की कड़ी निंदा करते हैं।
— Congress (@INCIndia) October 8, 2023
किसी भी प्रकार की हिंसा कोई समाधान नहीं दे सकती, इसे तुरंत रोकना चाहिए। pic.twitter.com/bGh3xeoeHK
कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक के दौरान, क्षेत्र में चल रहे संघर्ष पर नाराजगी व्यक्त करते हुए और तत्काल युद्धविराम का आह्वान करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया है। प्रस्ताव ने फ़िलिस्तीनी लोगों के अधिकारों के प्रति कांग्रेस की प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। शनिवार से चल रहे संघर्ष में लगभग 1,200 लोगों की जान चली गई है, हमास और इजरायली रक्षा बल दोनों तीव्र लड़ाई में लगे हुए हैं। एक आधिकारिक बयान में, कांग्रेस पार्टी ने इज़राइल और फिलिस्तीन के बीच लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को संबोधित करने के लिए बातचीत और वार्ता के जरिए शांतिपूर्ण समाधान निकालने के महत्व पर जोर दिया। कांग्रेस ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि, 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हमेशा मानना रहा है कि आत्म-सम्मान, समानता और सम्मान का जीवन चाहने वाले फिलिस्तीनी लोगों की वैध आकांक्षाएं बातचीत और बातचीत की प्रक्रिया के माध्यम से पूरी की जानी चाहिए।'
The Congress party's stance on the Israel-Palestine War is extremely revealing. It reveals that the Muslim minority will have a veto on India's foreign policy, as has historically been the case under Congress governments.
— Sensei Kraken Zero (@YearOfTheKraken) October 9, 2023
The Congress party makes it clear that the Muslim Veto… pic.twitter.com/nqIrslcpVv
बता दें कि, इज़राइल में स्थिति तब नाटकीय रूप से बढ़ गई जब इज़राइली रक्षा बलों (IDF) ने ऐलान किया है कि उन्होंने गाजा पट्टी के पास दक्षिणी क्षेत्रों पर नियंत्रण हासिल कर लिया है। यह हमास लड़ाकों को खदेड़ने के उद्देश्य से तीन दिनों की गहन लड़ाई के बाद आया। हमास के अचानक हुए हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया था, कुछ लोगों ने इसकी तुलना 9/11 की दर्दनाक घटनाओं से की थी।
मुसलमानों का वोट माँगने का हक़ खो चुके हो
— Asif Gauryns (@AGauryns) October 8, 2023
अगर जरा भी ज़मीर है वैसे तो नहीं है तुम में अगर है तो आगे से मुस्लिम का वोट लेने मत आना
इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष पर कांग्रेस पार्टी की बदलती स्थिति इस लंबे समय से चले आ रहे मुद्दे को संबोधित करने में शामिल जटिलताओं और संवेदनशीलता को रेखांकित करती है। फ़िलिस्तीनी लोगों के अधिकारों के प्रति समर्थन व्यक्त करते हुए, पार्टी इज़रायली आबादी पर हुए दुखद आतंकी हमले को एक तरह से नज़रअंदाज़ करती नज़र आती है और ये सवाल छोड़ जाती है कि, यदि भारत पर भी इस तरह का आतंकी हमला हुआ, तो क्या देश पर सबसे अधिक समय तक शासन करने वाली पार्टी का रुख यही रहेगा ?
इजराइल पर हुए हमले की निंदा कर फंस गई कांग्रेस, भड़के मुस्लिम बोले- अब वोट मांगने मत आना..
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