हैदराबाद: गौतम अडानी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की हालिया मुलाकात के बाद राजनीतिक विवाद गरमा गया है। अडानी समूह ने यंग इंडिया स्किल्स यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए 100 करोड़ रुपये का चेक मुख्यमंत्री को सौंपा। अडानी ने राज्य के युवाओं के कौशल विकास में निवेश और समर्थन देने का वादा किया है। विश्वविद्यालय स्वास्थ्य, फार्मास्यूटिकल्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्रों में कोर्स शुरू करेगा, और शुरुआत में इंजीनियरिंग स्टाफ कॉलेज ऑफ इंडिया (ESCI) में कक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
Hello Rahul Gandhi????️
— Deepak Sharma (@SonOfBharat7) October 18, 2024
आखिर तुम तेलंगाना जैसे समृद्ध राज्य को
अडानी के हाथों में गिरवी कैसे रख़ सकते हो
क्या जमीर मऱ गया तुम्हारा जो तुम पूरा राज्य बेच रहे हो, आखिर अडानी से क्या रिश्ता है तुम्हारा?
देख लो किसान भाइयों.. राहुल गाँधी कैसे किसानो की जमीन अडानी को दिलवा रहे हैं… pic.twitter.com/tn0c8YaheU
दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी, जो अक्सर गौतम अडानी पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर देश की संपत्ति हड़पने का आरोप लगाते हैं, वही कांग्रेस की तेलंगाना सरकार अडानी ग्रुप के साथ समझौते करती नजर आ रही है। भारत राष्ट्र समिति (BRS) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव (KTR) ने इसपर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह पाखंड है। KTR ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके नेता 'मोदानी' (मोदी और अडानी के नामों का मिश्रण) का आरोप लगाते रहते हैं, लेकिन तेलंगाना में कांग्रेस सरकार अडानी से दान लेती है। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि इस मिलन को क्या कहा जाए—'रेवडानी' या 'रागडानी'।
आज अडानी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री को 100 करोड़ रुपये दान में दिये है, पूरा भारत सवाल कर रहा है :
— Rohit (@Iam_Rohit_G) October 18, 2024
- राहुल गांधी इस पर चुप क्यों है??
- प्रशांत भूषण, प्रियंका चतुर्वेदी, सुप्रिया श्रीनेत, पवन खेरा, उद्धव ठाकरे आज कहा है?
- रेवंत रेडी ने क्या डील की है?? 100 करोड़ के बदले क्या… pic.twitter.com/AMsTQi2jSt
बीआरएस ने यह भी आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं है जब रेवंत रेड्डी की सरकार कांग्रेस की अडानी विरोधी नीति से अलग हुई है। इससे पहले भी कांग्रेस सरकार ने अडानी पावर को हैदराबाद में बिजली बिल वसूलने के लिए लाने की कोशिश की थी, जिस पर भी बीआरएस ने आलोचना की थी। बीआरएस का कहना है कि यह विडंबना है कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी एक तरफ अडानी पर आरोप लगाते हैं और दूसरी तरफ तेलंगाना की कांग्रेस सरकार अडानी के साथ समझौते कर रही है।
हाथी के दांत खाने के कुछ और, दिखाने के कुछ और !
— Jaiky Yadav (@JaikyYadav16) October 18, 2024
राहुल गांधी सबसे ज़्यादा आक्रामक अडानी और अंबानी पर ही रहते हैं, वह बताते हैं कि
कैसे नरेंद्र मोदी ने पूरा देश अडानी और अंबानी को बेच दिया, दरअसल राहुल गांधी की वजह से ही इन दोनों व्यापारियों को
देश की सत्ता पक्ष विरोधी आवाम… pic.twitter.com/1VTfmXGW57
अब यह सवाल उठता है कि क्या राहुल गांधी वास्तव में चुनावी रैलियों में जो कहते हैं, वह सच है, या फिर कांग्रेस के कार्य और उनके बयान अलग-अलग हैं? अगर राहुल गांधी अडानी पर इतने आरोप लगाते हैं, तो उनकी अपनी पार्टी की सरकार अडानी ग्रुप के साथ डील्स क्यों कर रही है? ऐसे में राहुल गांधी से ये पूछा जाना चाहिए कि उनकी पार्टी की सरकार, तेलंगाना की जनता का पैसा अडानी की जेब में क्यों डाल रही है ?
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