नई दिल्ली: दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरूवार (21 मार्च, 2024) को शराब घोटाला मामले में अरेस्ट कर लिया है। अब देश पर सबसे अधिक समय तक शासन करने वाली पार्टी कांग्रेस इस गिरफ्तारी को लोकतंत्र की हत्या बता रही है। लेकिन, गौर करने वाली बात ये है कि, यही कांग्रेस 2022 में शराब घोटाले की शिकायत लेकर दिल्ली पुलिस के पास पहुंची थी और केजरीवाल का इस्तीफ़ा माँगा था।
डरा हुआ तानाशाह, एक मरा हुआ लोकतंत्र बनाना चाहता है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 21, 2024
मीडिया समेत सभी संस्थाओं पर कब्ज़ा, पार्टियों को तोड़ना, कंपनियों से हफ्ता वसूली, मुख्य विपक्षी दल का अकाउंट फ्रीज़ करना भी ‘असुरी शक्ति’ के लिए कम था, तो अब चुने हुए मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी भी आम बात हो गई है।
INDIA इसका…
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वायनाड से लोकसभा सांसद राहुल गाँधी ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है। वहीं, पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गाँधी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को असंवैधानिक करार दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी इस गिरफ्तारी को लेकर सत्ताधारी भाजपा पर निशाना साधा है। लेकिन, गौर करने वाली बात ये है कि, जहाँ आज कांग्रेस के नेता दिल्ली शराब घोटाले में मुख्यमंत्री केजरीवाल की गिरफ्तारी को गलत ठहरा रहे हैं, वहीं कुछ दिनों पहले तक वही कांग्रेस, इसको लेकर दिल्ली पुलिस से शिकायत कर रही थी और केजरीवाल का इस्तीफा मांग रही थी। ये उस समय की बात है, जब कांग्रेस और AAP दोनों INDIA गठबंधन में शामिल नहीं हुए थे। 2022 में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर शराब घोटाले में दिल्ली पुलिस से केजरीवाल के खिलाफ शिकायत की थी।
दिल्ली कांग्रेस इकाई के तत्कालीन अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने जून 2022 में तब दिल्ली पुलिस कमिश्नर रहे राकेश अस्थाना को एक पत्र लिखते हुए केजरीवाल सरकार की आबकारी नीति में घोटाले की शिकायत की थी। कांग्रेस नेता अनिल कुमार ने अपने पत्र में कहा था कि कई कम्पनियों ने नई आबकारी नीति के तहत गैर कानूनी तौर पर ठेके पाए हैं और एकाधिकार बाजार खड़ा किया है। उन्होंने इल्जाम लगाया था कि कई कम्पनियाँ, फर्जी कम्पनियों के नाम से शराब नीलामी में शामिल हुईं और बड़े अधिकारियों सहित मंत्रियों के चलते ठेके ले भी लिए।
अनिल कुमार ने अपने पत्र में कहा था कि नई आबकारी नीति के तहत एक कम्पनी को दिल्ली के दो जोन में ही शराब बिक्री का टेंडर दिया जा सकता है, जबकि एक कम्पनी ने अलग अलग नाम रखकर 4 जोन में ठेके ले लिए। यही नहीं कांग्रेस नेता अनिल कुमार ने अपने पत्र में इस बात के प्रमाण भी दिए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि आबकारी नीति में साफ तौर पर कहा गया था कि शराब बनाने या उसको थोक में बेचने वाली कम्पनी को शराब खुदरा रूप से बेचने का लाइसेंस नहीं दिया जाएगा, जबकि इस नियम का भी उल्लंघन किया गया। उन्होंने कहा था कि OASIS नाम की कम्पनी के लोगों ने फर्जी कम्पनियाँ बना कर तमाम नियमों को तोड़ डाला।
This is the complaint letter handed over to the Delhi Police by DPCC President @Ch_AnilKumarINC and other senior Delhi Congress leaders.
— AIPC Delhi (@DelhiAipc) June 3, 2022
Kejriwal’s fraudulent liquor policy must be reversed immediately! pic.twitter.com/QEzZLNDGsJ
कांग्रेस नेता अनिल कुमार ने इस मामले में दिल्ली पुलिस से जांच की मांग की थी और कांग्रेस ने इसको दिल्ली में प्रदर्शन भी किए थे और तब आबकारी मंत्री रहे मनीष सिसोदिया का इस्तीफ़ा भी माँगा था। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष ने तब कहा था कि मनीष सिसोदिया इन सभी भ्रष्टाचार वाली सौदेबाजी में शामिल हैं। इसके साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मौजूदा कोषाध्यक्ष अजय माकन ने भी दिल्ली में हुए शराब घोटाले पर एक प्रेस वार्ता की थी और कहा था कि केजरीवाल ने कांग्रेस को हराने के लिए शराब माफियाओं से 100 करोड़ रुपए लिए और इससे ही पार्टी की फंडिंग हुई। अजय माकन ने तो केजरीवाल के शीशमहल मामले में भी आरोप लगाए थे। भाजपा कह रही थी की केजरीवाल ने अपने बंगले को सँवारने में 44 करोड़ खर्च किए, वहीँ कांग्रेस नेता अजय माकन ने दावा किया था कि 171 करोड़ खर्च हुए, उन्होंने प्रेस वार्ता में इसे समझाया भी था। लेकिन अब अचानक केजरीवाल की गिरफ़्तारी उसी कांग्रेस को लोकतंत्र की हत्या लगने लगी है, शायद इसके पीछे कारण गठबंधन ही है। वरना, केजरीवाल की शिकायत तो कांग्रेस ने ही की थी।
बता दें कि केजरीवाल की गिरफ्तारी से पहले जाँच एजेंसी उन्हें 9 बार पूछताछ के लिए बुला चुकी थी। उन्हें नवम्बर 2023 से लगातार ED समन जारी कर रही थी, लेकिन वह हर बार कोई ना कोई बात कहकर इन्हे टालते रहे थे। उन्होंने ED की पूछताछ से बचने को उच्च न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाया था। केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी सबूत देखने के बाद उनकी गिरफ्तारी पर कल रोक लगाने से मना कर दिया था, जिसके बाद रात में ED की टीम उनके आवास पहुँच कर उन्हें अरेस्ट कर ले गई। उनकी पार्टी ने गिरफ्तारी को लेकर सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है, जहाँ आज सुनवाई होनी है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज एकजुटता दिखाने के लिए केजरीवाल के परिवार से मिलने वाले हैं।
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