हरियाणा में अब तक नेता विपक्ष तय नहीं कर पाई कांग्रेस, हुड्डा से है नाराज़..!

हरियाणा में अब तक नेता विपक्ष तय नहीं कर पाई कांग्रेस, हुड्डा से है नाराज़..!
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चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के भीतर गुटबाजी खत्म नहीं हो रही है, और इसका प्रभाव पार्टी के संगठन पर भी पड़ रहा है। कांग्रेस अब तक यह निर्णय नहीं ले पा रही है कि हरियाणा में नेता विपक्ष कौन होगा, जो पार्टी की किरकिरी का कारण बन रहा है। चुनाव नतीजों के बाद से डेढ़ महीने से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया है।

इस बीच, नायब सिंह सैनी सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चंडीगढ़ के सेक्टर 7 स्थित कोठी नंबर 70 को खाली करने का नोटिस भेजा है। यह कोठी हुड्डा ने मुख्यमंत्री रहते हुए ली थी और 2014 और 2019 की चुनावी हार के बाद भी वह यहां रह रहे थे। अब फरीदाबाद से विधायक और सैनी सरकार में मंत्री विपुल गोयल इस कोठी में रहने की इच्छा जता चुके हैं, जिसके कारण हुड्डा को यह नोटिस भेजा गया है। हालांकि, हुड्डा ने इसे सामान्य प्रक्रिया बताते हुए कहा कि अगर उन्हें यह मकान खाली नहीं करना हुआ तो उन्हें किराया देना पड़ेगा।

कांग्रेस पार्टी के भीतर गुटबाजी के कारण यह सवाल उठ रहा है कि क्या पार्टी भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नेता विपक्ष बनाना नहीं चाहती। चुनाव हारने के बाद हुड्डा सैलजा गुट के नेताओं के निशाने पर रहे थे, और यही गुटबाजी अब पार्टी के नेतृत्व में उलझन का कारण बनी हुई है। कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने उम्मीद जताई थी कि हरियाणा में पार्टी चुनाव जीत जाएगी, लेकिन बीजेपी ने लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी की, जिससे कांग्रेस को बड़ा सदमा लगा है।

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