नई दिल्ली: देश में जनता की समस्याओं को लेकर आज कांग्रेस जन आक्रोश रैली निकलेगी. कांग्रेस की इस रैली को 2019 चुनाव के पहले कांग्रेस के नए अध्यक्ष राहुल गाँधी के शक्ति परिक्षण के रूप में देखा जा रहा है. आज दिल्ली में कांग्रेस द्वारा इस तरह की पहली सार्वजनिक सभा की जा रही है, जिसमे 2019 चुनाव की झलक देखने को मिल सकती है.
जन आक्रोश रैली के बारे में बताते हुए कांग्रेस के संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने कहा कि, जैसा इस रैली का नाम है, वैसा ही इसका सन्देश है. उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि समूचे देश में भय का, घृणा का, नफरत और हिंसा का माहौल है. गहलोत ने देश के वर्त्तमान मुद्दों का हवाला देते हुए कहा कि आज देश में युवा बेरोज़गार है, किसान आत्महत्या कर रहा है, स्त्री वर्ग सुरक्षित नहीं है, पेट्रोल डीजल के दामों ने कमर तोड़ रखी है, इन सब समस्याओं से जनता त्रस्त है.
लोग इतने आक्रोश से भरे हुए हैं कि कोई कल्पना नहीं कर सकता है. इस स्थिति को देखते हुए जन आक्रोश रैली का आयोजन किया जा रहा है. देश के लोग आज जो सोच रहे हैं, उसकी झलक इस रैली में देखने को मिलेगी. वहीँ कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि जन आक्रोश रैली का आयोजन राहुल गांधी के नेतृत्व भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस क्यों कर रही है, ये स्वाभाविक प्रश्न है? आक्रोश है- किसानों के छीनते अधिकार का, न फसल की पूरी कीमत, न कर्ज से मुक्ति, न उचित मुआवजा, न ही अधिकार कानून के मुताबिक जमीन अधिग्रहण का पैसा, न मौके, न रास्ते और कृषि क्षेत्र में भारी संकट. उन्होंने कहा, ऐसे में आक्रोश किसानों के छीनते अधिकार का, आक्रोश डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से होते जिंदगी की बेजार हालतों का है.
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