रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस इकाई के पूर्व अध्यक्ष और सिक्किम-नागालैंड और त्रिपुरा के संगठन प्रभारी डॉक्टर अजय कुमार ने मॉनसून सत्र के दौरान राज्य की विधानसभा में नमाज के लिए कमरा आवंटित करने को लेकर प्रतिक्रिया दी है. डॉक्टर अजय कुमार ने राज्य के सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर धर्म को सियासत से अलग रखने की सलाह दी है.
भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश में धर्म को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए।
— Dr. Ajoy Kumar (@drajoykumar) September 11, 2021
विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है,इसे किसी भी प्रकार के धार्मिक संबंधित प्रथा से दूर रखा जाना चाहिए.
झारखंड विधानसभा मुद्दे पर मैंने आज एक पत्र के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM को अपनी राय दी . pic.twitter.com/3UP2ZbPFs3
उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा है कि विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है. इसे किसी भी प्रकार के धार्मिक प्रथा से दूर रखा जाना चाहिए. डॉक्टर अजय कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सरकार दोनों को आड़े हाथों लिया. उन्होंने लिखा कि भारत जैसा देश जहां हिंदू मुस्लिम, सिख, ईसाई धर्म आदि जैसे कई धर्म के अनुयायी होने के बाद भी लोग भाई-बहन और दोस्तों की तरह एकजुट रहते हैं. इसलिए, अगर कोई सियासी दल किसी विशेष धर्म का समर्थन करता है तो अशांति पैदा होने की आशंका बनती है.
बता दें कि नमाज के लिए कमरा आवंटित किए जाने के फैसले के विरोध में बुधवार को विधानसभा के भीतर और बाहर जमकर हंगामा हुआ था. अंदर विधायकों ने हंगामा और प्रदर्शन किया तो वहीं बाहर भाजपा के हजारों कार्यकर्ताओं ने विधानसभा का घेराव करने का प्रयास किया.
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