नई दिल्ली: लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल का विरोध करने के बाद अब कांग्रेस उच्च सदन में भी इस बिल का विरोध करेगी. कांग्रेस इसके लिए समान विचारधारा वाले सियासी दलों से बात कर रही है. उच्च सदन में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से कहा है कि इस विधेयक को लेकर पार्लियामेंट में रणनीति एक ही है. उन्होंने कहा कि सभी पार्टियां नागरिकता संशोधन विधेयक को असंवैधानिक मानती हैं. गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि ये बिल भारत की सभ्यता के खिलाफ है.
गुलाम नबी आजाद का कहना है कि कांग्रेस इस विधेयक का पुरजोर विरोध करेगी. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार लोकसभा में कांग्रेस ने इस बिल का विरोध किया था, उसी प्रकार उच्च सदन में भी पार्टी बिल का विरोध करेगी. भाजपा की दलीलों को नकारते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह सवाल माइनॉरिटी और मेजॉरिटी का नहीं है, यह प्रश्न संविधान का है और यह बिल संविधान के खिलाफ है.
संविधान धर्म की बुनियाद पर कानून बनाने के लिए नहीं कहता है. लेकिन यह बिल तो धर्म के आधार पर बनाया गया है. यह बिल असंवैधानिक है. इस देश में वह दो संविधान चलाना चाहते हैं, एक तो वह जो संविधान सभा ने पास किया है, दूसरा जो भाजपा का संविधान है. जिसके माध्यम से वह काम कर रहे हैं. नॉर्थ ईस्ट में बिल को लेकर हो रहे विरोध पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कि इस विधेयक का सब जगह विरोध किया जा रहा है क्योंकि वहां के लोग भी आक्रोश में है.
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