नईदिल्ली। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और उनके निजी सचिव वैभव डांगे को लेकर, कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि गडकरी के पीएस डांगे इंडिया फेडरेशन आॅफ ग्रीन एनर्जी कंपनी के आॅनर हैं। उन्होंने अपने स्टाफ की कंपनी को वित्तीय लाभ पहुंचाया। इस तरह से उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि, केंद्र सरकार स्टार्टअप इंडिया की बात करती है मगर इस योजना में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। हालात ये हैं कि, मंत्री अपने स्टाफ की कंपनी को धन दिलवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि, केंद्रीय मंत्री के निजी सचिव वैभव डांगे से इस्तीफा मांगा जाना चाहिए। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि, केंद्रीय मंत्री इस मामले में आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं।
कांग्रेस के अनुसार उसे यह जानकारी कपंनी ऑफ रजिस्ट्रार के जरिए मिली। आरोपों में विपक्षी पार्टी के नेता ने कहा कि एक निजी कंपनी परिवहन मंत्रालय के तहत आने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों और निजी क्षेत्र की बड़ी कंपनियों के कॉनक्लेव व अन्य कार्यक्रम आयोजित करती है। यह उचित नहीं है। केंद्र सरकार के मंत्री अपने स्टाफ सदस्य को लाभ पहुंचा रहे हैं। इस कंपनी से केंद्रीय मंत्री गडकरी के साथ- साथ,केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु भी जुड़े रहे हैं, यह तो मंत्री पद की आचार संहिता का खुला उल्लंघन है।
उल्लेखनीय है कि, डांगे के बारे में कहा जा रहा है कि, उन्होंने चार साल पहले मोतीराम किशनराव पाटिल के साथ मिलकर बनाई जिसमें दोनों 50 फीसदी के साझीदार थे। डांगे कंपनी के डायरेक्टर पद पर भी थे। जब कंपनी को लेकर विवाद गहरा गया तो डांगे कंपनी में साझीदार हो गए और कंपनी डायरेक्टर के पद से इस्तीफा दे दिया।
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