नई दिल्ली : हमारे सद्ग्रन्थों और बड़े बुजुर्गों ने हमेशा वाणी का संयम रखने की सलाह दी है. लेकिन आजकल वाणी के असंयम की घटनाएं ज्यादा बढ़ गई है. इस कारण सामाजिक वातावरण भी ख़राब होता है. ऐसा ही एक मामला कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित का सामने आया है जिसमें उन्होंने अपने एक बयान में सेना प्रमुख बिपिन रावत को सड़क का गुंडा कहा. हालांकि बाद में उन्होंने माफ़ी माँग ली, लेकिन ऐसे बयान से कांग्रेस की ही छवि ख़राब हुई.
दरअसल हुआ यूँ कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा द्वारा एक माह में तीन बार एलओसी का दौरा कर भारत को धमकाने के मामले में संदीप दीक्षित से उनका विचार जानना चाहा था. इस पर संदीप दीक्षित के मुंह से जो बोल फूटे वह यूँ थे " ‘’हमारी फौज जितनी सशक्त है और जिस तरह सीमाओं की सुरक्षा करती है और जब भी पाकिस्तान वहां हरकत करता है वो उसका जवाब देती है वो सबको मालूम है. ये दूसरी बात है कि आज के प्रधानमंत्री आज के लोग इस बात को ज्यादा जोर से चिल्लाते हैं. लेकिन हमारी सेना सशक्त है. हमने हमेशा सीमा पर पाकिस्तान को सशक्त जवाब दिया है. आज की बात नहीं ये पिछले 70 साल से चला आ रहा है. पाकिस्तान एक ही चीज कर सकता है कि जाकर इस तरह की हरकतें करे और ऊल जुलूल बयान दे. खराब तब लगता है जब हमारे भी थल सेनाध्यक्ष एक सड़क के गुंडे की तरह बयान देते हैं.’’
बता दें कि इस बयान के तूल पकड़ने और बवाल मचने के बाद संदीप दीक्षित ने माफी मांगी. दीक्षित ने कहा कि जिस तरह की इस सेनाध्यक्ष ने भाषा पिछले कुछ समय में इस्तेमाल की है. मुझे लगता है कि मैंने जिस तरह के शब्द इस्तेमाल किए हैं वो शायद गलत हैं. इसलिए मैं उस के लिए माफी चाहता हूं. वो शब्द वापस भी लूंगा.हालांकि इस बयान से कांग्रेस घिर गई .केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर कांग्रेस ने सेना प्रमुख को सड़क का गुंडा कहने की हिम्मत कैसे की.
यह भी देखें
सेना प्रमुख रावत ने कहा भारत ढाई मोर्चे के युद्ध के लिए तैयार
केंद्रीय कृषि मंत्री की कार पर युवा कांग्रेस ने अंडे फेंके