मुंबई: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई हैं. शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के बीच नई सरकार के बनते समीरकरणों में कांग्रेस की भूमिका क्या होगी फिलहाल यह तय नहीं हो पाया है. इस बीच कांग्रेस नेता संजय निरुपम के ट्वीट ने नई सरकार बनने से पहले ही उस पर सवाल उठा दिए हैं. दरअसल, निरुपम ने ट्वीट करते हुए कहा है कि प्रदेश में चाहे जिसकी भी सरकार बने लेकिन वह अधिक दिन नहीं चलेगी.
कांग्रस नेता निरुपम ने आगे कहा कि, महाराष्ट्र में सियासी अस्थिरता को खारिज नहीं किया जा सकता. 2020 में वापस चुनाव होंगे. उन्होंने ट्वीट के अंत में सवाल किया कि क्या हमें शिवसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए? वहीं, शिवसेना और एनसीपी के बीच नई सरकार के बनते समीरकरणों में अपनी भूमिका पर मंथन करने के लिए दिल्ली में कांग्रेस ने वर्किंग कमेटी की मीटिंग बुलाई है.
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग दिल्ली में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर चल रही है. वहीं दूसरी ओर शरद पवार ने मुंबई में पार्टी विधायकों की मीटिंग बुलाई है. इस बैठक में भी महाराष्ट्र की नई सरकार के गठन पर मंथन होगा. बता दें कि इससे पहले कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से महाराष्ट्र में सरकार गठन पर कांग्रेस की भूमिका के बारे में जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, 'हम हाईकमान के निर्देश के अनुसार आगे बढ़ेंगे. किन्तु हमारा अपना फैसला और लोगों का निर्णय यही है कि हम विपक्ष में बैठें, यही वर्तमान स्थिति है.'
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