नई दिल्ली: कांग्रेस के दिग्गज नेता शिवराज पाटिल लंबे समय बाद एक बार फिर चर्चा में हैं, मगर उन्होंने अपने बयान से कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। दरअसल, पाटिल ने एक कार्यक्रम में कह दिया था कि गीता में भी भगवान कृष्ण ने अर्जुन को जिहाद की शिक्षा दी थी। इसको लेकर भाजपा हमलावर हो गई है और कांग्रेस को हिंदू विरोधी करार देते हुए जवाब मांग रही है। बता दें कि, ऐसे वक़्त में जब राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हुए हैं और मंदिरों में भी जा रहे हैं, उस समय इस प्रकार का विवाद कांग्रेस के लिए नई मुश्किलें खड़ी करने वाला है।
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पीएम नरेंद्र मोदी के केदारनाथ दौरे का उल्लेख करते हुए कहा है कि इसकी अहमियत वे लोग नहीं समझ सकते, जिन्हें गीता में भी जिहाद का संदेश दिखता है। हालांकि, इस बीच शिवराज पाटिल अपने बयान पर सफाई देते हुए उलटे मीडिया पर ही बरसा पड़े। एक पत्रकार से तो कांग्रेस नेता ने कहा कि तुम चुप रहो, तुमसे बात नहीं कर रहा। इसके बाद एक अन्य पत्रकार से उन्होंने कहा कि आप लोग जिहाद की बात कर रहे हैं। आप सोचिए कि क्या श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो संदेश दिया है, उसे आप जिहाद कहेंगे? नहीं कहेंगे। मैं भी तो यही बात कह रहा हूं।
बता दें कि गुरुवार को शिवराज पाटिल ने कहा था कि, 'कहा जाता है कि इस्लाम में जिहाद की बहुत चर्चा है। जिहाद की बात तब आ जाती है, जब मन से कोई काम करने के बाद भी दूसरा व्यक्ति नहीं समझता, तो शक्ति के इस्तेमाल की बात कही जाती है। यह केवल कुरान में ही नहीं है। महाभारत में भी जो गीता का भाग है, उसमें श्रीकृष्ण ने भी अर्जुन को जिहाद की ही शिक्षा दी थी। वह कहते हैं कि बाइबल में भी ऐसा ही उल्लेख मिलता है।' शिवराज पाटिल ने यह बयान गुरुवार (20 अक्टूबर) को एक किताब के विमोचन करने के दौरान दिया था, मगर इससे कांग्रेस की मुश्किल बढ़ गई।
शिवराज पाटिल ने यह भी कहा कि जिहाद की बात ईसाइयों ने भी लिखी है। यदि सबकुछ समझने के बाद भी कोई हथियार लेकर आ रहा है, तो आप उससे भाग नहीं सकते हैं। उसको आप जिहाद भी नहीं कह सकते है। ये तो नहीं होना चाहिए, हथियार लेकर समझाने की बात नहीं होनी चाहिए। शिवराज पाटिल के इस बयान पर भाजपा प्रवक्ता शहज़ाद पूनावाला ने कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला है और इसे 'वोटबैंक का प्रयोग' करार दिया है। उन्होंने अपना एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहा है कि, 'हिंदुओं से ये नफ़रत संयोग नहीं, बल्कि वोटबैंक का प्रयोग है। गुजरात चुनाव से पहले वोटबैंक का ध्रुवीकरण करने के लिए ये जानबूझकर किया गया है। इससे पहले 'जनेऊधारी' राहुल गांधी भी हिंदुत्व के बारे में बहुत कह चुके हैं।'
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव हारने के बाद भी शशि थरूर पर क्यों भड़के मधुसुधन मिस्त्री?
'उद्धव को हराने के लिए शरद पवार ने की गुगली', सामने आया अठावले का बड़ा बयान
'धर्म के नाम पर अधिकार मांगना गलत', बोले राज्यपाल आरिफ मोहम्मद