नई दिल्ली : देशभर में ईवीएम(EVM) पर छिड़ी बहस को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने इस मुद्दे पर एक बयान जारी करते हुए कहा कि ईवीएम का विरोध विपक्ष की निराशावादी की मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हम ईवीएम में हुई गड़बड़ी के आरोपों की जांच के लिए कमेटी बना सकते हैं, लेकिन दोबारा पुरानी प्रक्रिया से चुनाव कराने का सवाल नहीं उठता। ईवीएम के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी अन्य 16 विपक्षी दलों के साथ चुनाव आयोग के खिलाफ दायर की गई याचिका में शामिल है। मोइली ने कहा कि यह सभी सिर्फ क्षेत्रीय दलों की लोक लुभावन कोशिश है, कांग्रेस पार्टी भी इसमें साथ जुड़कर हार के बहाने तलाश रही है।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जब मैं कानून मंत्री था, उस वक्त EVM चलन में आये थे। उस समय भी इसको लेकर शिकायत आई थी, हमनें तब उसे सुलझा लिया था। यह सब पार्टी को पता है। अब जब EVM के मुद्दे पर विरोध का माहौल है तो उसके साथ जुड़ जाना गलत है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को याचिका दायर करने में शामिल नहीं होना चाहिए था, क्योंकि इस बार में हमसे कोई सलाह नहीं ली गई।
बता दे कि विधान सभा चुनावों में हारने वाले दलों जिनमें कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अन्य दल शामिल हैं, उन्होंने फिर से ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा किया हैं। उनका दावा है कि मशीन तैयार करते वक्त जब प्रोग्रामिंग की जाती है, उसी वक्त डाटा में गड़बड़ी की जा सकती है। मतलब फीड में ही खेल किया जाता है, तभी आगे भी मशीन गड़बड़ नतीजे दे सकती है। इस पर चुनाव आयोग ने चुनाव चुनौती दी है कि ऐसे आरोप लगाने वाले अपनी बात साबित करें।
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