नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में शर्मनाक पराजय के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पद से इस्तीफे का मुद्दा भले ही ऊपरी तौर पर ठंडा हो गया हो, लेकिन आंतरिक तौर पर शायद अब भी स्थिति वैसी ही है। इस बात की तस्दीक कांग्रेस के दिग्गज नेता वीरप्पा मोइली के बयान से होती है। मोइली ने कहा है कि अगर राहुल गांधी अध्यक्ष पद छोड़ना चाहते हैं तो ऐसा एक ही शर्त पर हो सकता है, जबकि संगठन फिर से पूरी तरह खड़ा हो सके। उनके पास नेतृत्व क्षमता है। लेकिन वे अपने पद को छोड़ना भी चाहते हैं तो उन्हें पहले किसी उचित व्यक्ति को और सही हाथों में पार्टी का नेतृत्व सौंपना होगा।
हालांकि वीरप्पा मोइली ने प्रदेशों में असंतोष और बयानबाजी को लेकर नाराजगी भी व्यक्त की है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि कुछ प्रदेशों में लोग अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। कई स्थानों पर अनुशासन तोड़ा गया है, लेकिन पार्टी रिलैक्स मूड में नहीं रह सकती। राहुल गांधी अब भी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और आगे भी बने रहेंगे। अनुशासनहीनता से कठोरता से निपटने की आवश्यकता है।
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को केवल 52 सीटें ही मिल पाई हैं। इस खराब प्रदर्शन के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति में इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन वरिष्ठ नेताओं ने एक स्वर से उनके इस्तीफे को ठुकराते हुए कहा कि वह ऐसा न करें। हालांकि कांग्रेस में इस बात की भी चर्चाएं हैं कि राहुल गांधी अध्यक्ष बने रह सकते हैं, किन्तु किसी दिग्गज नेता को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है।
केरल में पीएम मोदी ने किया जनसभा को संबोधित, बोले- देश ने नकारात्मकता को नकार दिया
वायनाड में राहुल ने किया रोड शो, बोले- हर व्यक्ति के लिए मेरे दरवाजे हमेशा खुले हैं
VIDEO: केरल के 5000 वर्ष प्राचीन मंदिर पहुंचे पीएम मोदी, कमल के फूल से किया तुलादान