नई दिल्ली: कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की सोमवार को लगभग 7 घंटे तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक हुई थी. इस मीटिंग में 23 कांग्रेसी नेताओं की तरफ से सोनिया गांधी को लिखे गए पत्र की वजह से जमकर घमासान हुआ. इस बीच ऐसी भी खबरें आईं कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इन 23 नेताओं को विरोधी तक कह डाला.
हालांकि शाम होते-होते स्थिति सामान्य होती गई. अब मंगलवार को इस मामले में उच्च सदन के सदस्य विवेक तन्खा (Vivek Tankha) ने बयान दिया है. उनका कहना है कि पत्र में दस्तखत करने वाले नेता विरोधी नहीं है बल्कि वे बदलाव के वाहक हैं. बता दें कि इन 23 नेताओं में विवेक तन्खा का नाम भी शामिल हैं, जिन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था.
राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने मंगलवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा है कि, 'दोस्तों हम विरोधी नहीं हैं, बल्कि बदलाव के वाहक हैं. यह पत्र पार्टी नेतृत्व को चुनौती देने के उद्देश्य से नहीं था. बल्कि ये पार्टी को सशक्त करने के लिए एक बानगी है. सार्वभौमिक सत्य सर्वश्रेष्ठ बचाव है फिर चाहे वो अदालत हो या सार्वजनिक मामले. इतिहास बहादुर को स्वीकार करता है, कायरों को नहीं.'
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