नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि वो एक बार फिर पार्टी अध्यक्ष का पद ग्रहण नहीं करेंगे। उन्होंने जोर देते हुए कहा है कि किसी गैर गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जाए। ऐसे में कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। यदि राहुल गांधी नहीं तो क्या प्रियंका गांधी को इस पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है? राहुल गैर गांधी की वकालत कर रहे हैं। वो प्रियंका के नाम पर भी इंकार कर रहे हैं। इसके साथ ही राहुल स्वयं भी किसी गैर गांधी का नाम भी नहीं बता रहे हैं। वो कह रहे हैं कि जो चाहे चुनाव लड़े और अध्यक्ष बने। वो अध्यक्ष बनने वाले को पूरा सहयोग देंगे।
राहुल कांग्रेस प्रमुख नहीं बनते हैं तो उनकी जगह प्रियंका लें, इसके लिए वायनाड सांसद को मनाने की कोशिशें जारी हैं। माना जा रहा है कि यदि राहुल नहीं माने तो तमाम नेता एकजुट रखने का हवाला देकर सोनिया गांधी से 2024 तक अध्यक्ष बने रहने का दबाव डालेंगे। साथ में वर्किंग प्रेसिडेंट या उपाध्यक्ष नियुक्त जाएंगे। हालांकि, सोनिया स्वास्थ्य कारणों के चलते अध्यक्ष के पद पर नहीं रहना चाहती हैं। ये सब करने के बाद भी बात नहीं बनती है तब किसी अन्य नाम पर मंथन किया जाएगा। 21 अगस्त से 20 सितबंर के मध्य कांग्रेस अध्यक्ष की प्रक्रिया पूरी होनी है। अगले 5 दिनों में इसके लिए अधिसूचना जारी होने की संभावना जताई जा रही है।
राहुल का कहना है कि पार्टी गैर गांधी को अध्यक्ष बनाए, क्योंकि 2014 में सोनिया गांधी और 2019 में उनके नेतृत्व में कांग्रेस चुनाव हारी है। अब किसी और को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उनका ये भी कहना है कि कृपया प्रियंका का नाम न लें, कोई गैर गांधी चुनाव लड़े, जिसको नामांकन भरना हो वो भरे और अध्यक्ष पद के लिए बाकायदा चुनाव हों। इसके बाद भी कांग्रेसी राहुल को मनाने में लगे हुए हैं। राहुल के तैयार न होने पर प्रियंका को दूसरा ऑप्शन बताया जा रहा है। ये दोनों न होने पर कांग्रेस नेता चाहते हैं को सोनिया ही इस पद पर बनी रहें।
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