भोपाल: मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के नगर निगमों को लेकर लिए जा रहे फैसलों पर अब जमकर सियासत हो रही है. आलम यह है कि भाजपा के विरोध के बाद अब इंदौर नगर निगम के बंटवारे की आशंका के बीच कांग्रेस नेता खुद उसके खिलाफ उतर आए हैं. राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश में भी सत्ता परिवर्तन के साथ नगर निगमों के लिए जा रहे फैसले पर सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच घमासान तेज हो गया है .
भाजपा तो बकायदा इस मामले में कांग्रेस की शिकायत लेकर गवर्नर लालजी टंडन के पास तक चली गई थी. भाजपा का विरोध तो समझ में आता है क्योंकि वो विपक्ष में है, किन्तु भोपाल के बाद इंदौर नगर निगम के बंटवारे की बात जैसे ही कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने ट्वीट करते हुए कही, उसका विरोध कांग्रेस के ही नेता करने लगे.
दरअसल, मध्य प्रदेश से कांग्रेस के सांसद विवेक तन्खा ने पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के पुत्र और कमलनाथ सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह को ट्वीट करते हुए जबलपुर नगर निगम को दो हिस्से में बांटने की मांग की थी जिसके बाद जयवर्धन ने जबलपुर के साथ ही इंदौर नगर निगम को भी दो हिस्से में बांटने के सुझाव पर विचार करने की बात कही थी.
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