बैंगलोर: कांग्रेस नेताओं द्वारा अक्सर हिन्दू आस्था का मज़ाक दिए जाने वाले बयान सामने आते रहते हैं। अभी दो दिन पहले ही असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा ने भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मणि की शादी को 'लव जिहाद' बताया था। वहीं, अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे और कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने आतंकियों वाली भाषा का इस्तेमाल करके हिन्दुओं की आस्था और परंपरा का मज़ाक उड़ाया है। दरअसल, ट्विटर पर हो रही बहस के बीच अखबार/वेबसाइट पर विचार लिखने वाले लेखक चक्रवर्ती सुलीबेले पर निशाना साधने के लिए प्रियांक खड़गे ने ‘गौमूत्र’ का मजाक उड़ाकर अपनी हिन्दू घृणा का प्रदर्शन किया है।
Prank Kharge and team is highly active in Karnataka. You speak against CM you will end up in jail.
— Chakravarty Sulibele (@astitvam) July 28, 2023
Now they have arrested @ShakunthalaHS a BJP worker for posting against ‘Prank’ remark of congress leaders.
If this is not #HitlerSarkara then what it is?https://t.co/ir9sxlddRW
बता दें कि, इस समय कर्नाटक में उडुपी स्थित एक कॉलेज के बाथरूम में 3 मुस्लिम लड़कियों द्वारा ख़ुफ़िया कैमरा लगाकर अन्य लड़कियों के प्राइवेट वीडियो बनाए जाने को लेकर विवाद मचा हुआ है। आरोपी लड़कियां इन वीडियो को अपने समुदाय के लड़कों को भेजती थीं। इस मामले में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से सवाल करने के बाद शकुंतला एसएस नामक भाजपा कार्यकर्ता को अरेस्ट कर लिया गया था। इसको लेकर चक्रवर्ती सुलीबेले ने कर्नाटक कैबिनेट में मंत्री प्रियांक खड़गे को प्रैंक खड़गे बताते हुए हमला बोला था। दरअसल, ‘नेत्र ज्योति कॉलेज’ के एडमिनिस्ट्रेटर अब्दुल खादर ने भी आरोपी लड़कियों का पक्ष लेते हुए इस घिनौनी हरकत को 'प्रैंक' बताया था। इसी का इस्तेमाल करते हुए सुलीबेले ने प्रियंक खड़गे पर निशाना साधा था।
Enough pranks have been played on the youth of Karnataka by you. Forget the prank, let us be frank.
— Priyank Kharge / ಪ್ರಿಯಾಂಕ್ ಖರ್ಗೆ (@PriyankKharge) July 28, 2023
Answer the following for your misguided fans:
How many more Paresh Meshtas will you claim with your lies?
Why so silent on his CBI report?
How come you never are in the… https://t.co/4pWxCT55rk
सुलीबेले ने लिखा था, “प्रैंक खड़गे और उनकी टीम कर्नाटक में काफी अधिक सक्रीय है। सीएम के खिलाफ बोलोगे तो जेल जाओगे। अब उन्होंने कांग्रेस नेताओं के ‘मजाकिया’ बयान के खिलाफ पोस्ट करने के चलते भाजपा कार्यकर्ता शकुंतला एचएस को अरेस्ट कर लिया है। यदि यह हिटलर सरकार नहीं है तो क्या है?” हालाँकि, सुलीबेले ने प्रियांक खड़गे का नाम नहीं तो लिखा था, मगर इशारा उनकी ही तरफ था। इसलिए सुलीबेले के इस ट्वीट से प्रियांक आगबबूला हो गए और सुलीबेले को घेरने के चक्कर में आतंकियों वाली भाषा बोल डाली। इस ट्वीट का बदला लेने के लिए उन्होंने ‘गौमूत्र’ का मजाक उड़ा दिया। खड़गे ने एक ट्वीट में कहा, ”कर्नाटक के युवाओं के साथ आपके द्वारा बहुत प्रैंक (मजाक) किया गया है। अब प्रैंक भूल जाइए और स्पष्ट बोलने वाला बनिए। आपके जो फैंस गुमराह को चुके हैं, उनके लिए इन सवालों का जवाब दीजिए: आप अपने झूठ के साथ और कितने परेश मेस्ता का दावा करेंगे? CBI रिपोर्ट पर इतनी चुप्पी क्यों है? आप कभी भी केसरी शॉल पहनकर विरोध प्रदर्शन में सबसे आगे क्यों नहीं रहते और सिर्फ युवाओं को ही क्यों नेतृत्व करने देते हैं?”
खड़गे ने पूछा कि, 'आप खुद को यूट्यूबर और मोटिवेटर के तौर पर आगे क्यों नहीं बढ़ा रहे हैं? आप चुनाव में कब खड़े होंगे, जीतेंगे और कर्नाटक के युवाओं को बचाएँगे? गरीब पिछड़े और दलित युवाओं का इस्तेमाल करने के बजाय आप भाजपा नेताओं के बच्चों को धर्म की रक्षा के लिए अपने साथ आने के लिए कब प्रेरित करेंगे? आपने भाजपा सरकार की “पुण्य कोटि दत्तु योजना” में कितनी गायों (गौमाताओं) को गोद लिया है?” खड़गे ने आगे लिखा कि, “आपने भाजपा/RSS फंड से कितनी गौशालाओं के निर्माण में सहायता की है? क्या आप सहकर्मियों के सुझाव के अनुसार प्रतिदिन गौमूत्र पीते हैं और कभी-कभी गाय का गोबर खाते हैं?”
प्रियांक खड़गे ने धमकी देते हुए यह भी लिखा है कि, 'वैसे आप 100% सही हैं, प्रैंक, फ्रैंक खड़गे या कोई और खड़गे और हर कन्नड़ हमारे राज्य और संविधान की अखंडता और भविष्य की रक्षा के लिए खड़ा होगा। आप झूठ और गलत सूचना फैलाकर समाज को नुकसान पहुँचाते हैं, सरकार किताब के माध्यम से इससे निपटेगी।'
Pulwama suicide bomber Adil Dar also cracked a Gaumutra joke before blowing himself apart https://t.co/iOkCBrNAiZ pic.twitter.com/ufdTZUSTsY
— Gems of Bollywood बॉलीवुड के रत्न (@GemsOfBollywood) April 1, 2021
पुलवामा हमला करने वाले आतंकी की भी यही भाषा:-
बता दें कि ‘गौमूत्र’ के नाम पर हिंदुओं से दिखाई गई घृणा कोई आज की बात नहीं है। इस हिंदूफोबिक टिप्पणी का उपयोग वर्ष 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले के फिदायीन हमलावर आदिल अहमद डार ने भी किया था। जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के आतंकी डार ने हमले के पहले एक वीडियो बनाया था, जो बाद में रिलीज किया गया था। वीडियो में आतंकी ने कहा था कि वह मूर्ति पूजा करने वाले (हिंदुओं) और गाय का पेशाब पीने वाले लोगों को अल्लाह के नाम पर मारना चाहता है। इसके बाद से वामपंथी, कांग्रेस और कट्टरपंथियों द्वारा कई बार हिन्दुओं का मजाक उड़ाने और उनका तिरस्कार करने के लिए ‘गौमूत्र’ टिपण्णी का उपयोग किया गया है।
गौरक्षकों को लात मारकर जेल में डालो- प्रियांक खड़गे
बता दें कि, इससे पहले प्रियांक खड़गे ने बकरीद के समय गौरक्षकों और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को जेल में डालने के लिए कहा था। खड़गे ने बजरंग दल का नाम लिए बगैर कहा था कि, 'जो लोग शॉल ओढ़कर कानून अपने हाथ में लेते हैं और कहते हैं कि वे इन दलों से हैं, उन्हें लात मारकर जेल में डाल दीजिए। यदि कोई स्वघोषित नेता है और सांप्रदायिक मुद्दों के नाम पर जहर उगलता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। मैं अनावश्यक सांप्रदायिक दंगे नहीं चाहता। जानवरों को लाने और ले जाने को लेकर कानून काफी स्पष्ट है। यदि किसी के पास पर्याप्त कागज़ात हैं, तो उसे परेशान नहीं किया जाए। चाहे फिर वह ग्रामीण क्षेत्रों में हो या शहर की बॉर्डर के भीतर हो।' बकरीद पर खड़गे के इस आदेश को एकतरफा और पक्षपाती माना गया था। दरअसल, बकरीद पर कई बार मुस्लिम समुदाय के लोग गाय काटते हैं, एक मौलाना तो कांग्रेसी मंत्री के सामने भी खुलेआम गाय काटने की बात कह चुका है। ऐसे में खड़गे के आदेश के मायने यही निकलते हैं कि, यदि बकरीद पर गौरक्षक कहीं गाय कटती हुई देखें, तो अपनी आँखें बंद कर लें, वरना माहौल बिगाड़ने और अल्पसंख्यकों को परेशान करने के मामले में उन्हें जेल में डाल दिया जाएगा। वैसे, बीते दिनों कर्नाटक के मंत्री जी परमेश्वर भी कह चुके हैं कि, जब भैंस काटी जा सकती है, तो गाय क्यों नहीं ? साथ ही उन्होंने कर्नाटक में लागू गौहत्या विरोधी कानून को हटाने का भी इशारा किया था।
सत्ता में आते ही कांग्रेस सरकार ने हटाया धर्मान्तरण विरोधी कानून :-
बता दें कि, इस समय देश के कई हिस्सों से धर्मांतरण की खबरें आ रहीं हैं। लालच देकर, डरा-धमकाकर, ऑनलाइन गेम के जरिए, ब्रेनवाश करके, कई तरीकों से लोगों को धर्मान्तरित किया जा रहा है। इन मामलों में विदेशी और आतंकी कनेक्शन भी सामने आ रहे हैं, लोगों को धर्मान्तरित कर उन्हें आतंकी बनाया जा रहा है, लेकिन ऐसी स्थिति में भी कर्नाटक सरकार ने धर्मान्तरण कानून को रद्द कर, एक तरह से इसकी खुली छूट दे दी है। अब यदि कर्नाटक में किसी का जबरन धर्मानतरण कराया जाता है, तो ये कानून पीड़ित व्यक्ति की रक्षा नहीं कर पाएगा। क्या कांग्रेस सरकार का ये कदम देशहित में था ?